Dhar News: सिर में चोट के बाद भी जमीन पर पटकने का आरोप, अस्पताल प्रबंधन ने कहा जांच के बाद होगी कार्रवाई
Dhar News: आशीष यादव/धार- जिला अस्पताल धार में एक व्यक्ति की मौत के बाद परिजनों ने शुक्रवार सुबह हंगामा किया। परिजनों ने आरोप लगाया कि घायल मरीज को जमीन पर पटक कर रखा है। सिर पर गंभीर चोट होने के बाद भी वक्त पर इलाज नहीं दिया गया। ऐसे में मरीज की मौत हो गई। परिजनों ने वार्ड में जमीन पर पड़े मृतक के फोटो भी मीडिया को सौंपे है।
Dhar News: इस घटना के बाद परिजनों ने मृतकों का पोस्टमार्टम करवाने से भी इंकार कर दिया। हालांकि काफी समझाइश के बाद परिजन माने और पीएम के लिए तैयार हुए। इस घटना के बाद परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन को आवेदन सौंपा है। वहीं परिजनों ने धरमपुरी पुलिस पर भी सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया है। इसमें दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। आवेदन के बाद अस्पताल प्रबंधन ने जांच कर कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
शिकायती आवेदन के अनुसार मृतक प्रकाश निहाले पिता गना निहाले को स्वास्थ्य केंद्र धरमपुरी से 22 नवंबर की रात धार जिला अस्पताल रेफर किया गया था। जिला अस्पताल में 23 नवंबर की रात 3.34 बजे भर्ती किया गया। लेकिन अस्पताल स्टॉफ द्वारा मृतक प्रकाश को किसी भी तरह का प्राथमिक उपचार नहीं दिया गया। सुबह की 5 बजे तक मृतक प्रकाश को इलाज नहीं दिया गया और उसे जमीन पर पटक दिया गया। परिजनों को आरोप है कि मृतक प्रकाश को 12 घंटे जमीन पर पटका रहने दिया गया और इलाज नहीं दिया। इससे प्रकाश की मौत हो गई।
इंदौर के लिए निकला था मृतक
मृतक के पिता ने बताया कि प्रकाश मनावर गया था। 22 नवंबर को शाम 6 बजे वह मनावर से बस में बैठकर इंदौर के लिए निकला था। नशे की हालत होने के कारण बस वालों ने उसे रास्ते में उतार दिया। इसके बाद 108 ने प्रकाश को धरमपुरी थाने में छोड़ दिया। मुझे 108 से पुलिसवालों का रात 11 बजे फोन आया कि तुम यहा आ जाओ। मैं बड़वानी में था, वहां से धरमपुरी आया। मैं 23 नवंबर को सुबह धरमपुरी थाने पहुंचा। जहां दिनभर मैं पुलिसवालों से पूछता रहा कि मेरे बालक प्रकाश के बारे में बता दो, लेकिन किसी ने कोई जानकारी नहीं दी। जब अस्पतालों में पता किया तो धरमपुरी स्वास्थ्य केंद्र से रेफर होने की जानकारी मिली।
मृतक के शरीर पर चोट के निशान
मृतक प्रकाश के भतीजे साहिल कुमार निहाल ने बताया कि धार जिला अस्पताल में उन्हें उपचार नहीं मिला। उनके शरीर पर गंभीर चोट के निशान है। चोट के निशान से लग रहा है कि उनके साथ काफी ज्यादा मारपीट की गई। घसीटा गया है। पूरे शरीर पर इस तरह के निशान बने हुए है। हमारे पास इसके फोटो-वीडियो है। साहिल ने बताया कि हमनें पुलिस ने जानकारी लेना चाही, लेकिन उन्होंने सहयोग नहीं किया। हमें बताया कि बस कंडक्टर और चाचाजी के बीच कुछ विवाद हुआ था, इसके बाद उन्हें थाने छोड़ा था। लेकिन इसके बाद की जानकारी पुलिस नहीं दे रही है कि उनके साथ क्या हुआ। परिजनों ने मारपीट और अस्पताल पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है।
इस मामले में जिला अस्पताल के प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. मुकुंद बर्मन ने बताया कि काफी गंभीर हालत में मरीज को धार रेफर किया गया था। हेड में इंज्यूरी थी। हमारे डॉक्टरों ने उसे देखा। सर्जिकल आईसीयू में मरीज को रखा गया था। हमारे पास परिजनों का आवेदन आया है।