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गुजरात के स्कूल में दलित ने पकाया मिड डे मील, ओबीसी छात्रों ने किया खाने से इनकार

अहमदाबाद। गुजरात में मोरबी जिले के एक स्कूल में सरकारी मध्याह्न भोजन पर विवाद की स्थित पैदा हो गई है। शिक्षा के मंदिर में ‘जातिवाद का जहरीला माहौल’ देखा जा रहा है। एक स्कूल में दलित रसोइए का पकाया भोजन खाने से इनकार करने का मामला सामने आया है।

जानकारी के मुताबिक ओबीसी बच्चों ने गुजरात में दलित खानसामों का पकाया मिड डे मील खाने से इनकार कर दिया है। जानकारी के मुताबिक कोली, भरवाड़, ठाकोर और गढ़वी जैसे अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के 147 छात्रों ने गुजरात के मोरबी जिले के एक सरकारी स्कूल में मिड डे मील खान से इनकार कर दिया है। दरअसल, मध्याह्न भोजन कार्यक्रम के तहत खाना पकाने वाली रसोइया एक दलित महिला है। कई माता-पिता अपने बच्चों को खाने से रोक रहे हैं, इसलिए स्कूल में आने वाले बच्चे मध्याह्न भोजन स्कीम के तहत परोसा जाने वाला मिड डे मिल नहीं खा रहे हैं। स्कूली बच्चों के माता पिता दलित खानसामे के भोजन पकाने और उसे खाने के खिलाफ हैं।

स्कूल प्रशासन व जिला पुलिस के अनुसार धारा मकवाना को सोखड़ा गांव के श्री सोखड़ा प्राथमिक विद्यालय में मध्याह्न भोजन बनाने का ठेका जून में दिया गया था। 16 जून को उसने करीब 153 छात्रों के लिए खाना बनाया। हालांकि, अपने माता-पिता से प्रभावित होकर, ओबीसी समुदायों के 147 छात्रों ने भोजन के लिए रुकने से इनकार कर दिया। ये बात मोरबी तालुका पुलिस निरीक्षक के समक्ष दायर एक शिकायत में कही गई है। इस मामले में शिकायतकर्ता का कहना है कि मामले का समाधान होने तक भेदभाव कर रहे लोगों का मध्याह्न भोजन का अधिकार रद्द होना चाहिए।

जातिवादी सोच को छोड़ना नहीं चाहते अभिभावक

मोरबी के जिस स्कूल में भेदभाव की शर्मनाक घटना हुई है, वहां की प्रिंसिपल बिंदिया रत्नोतर ने भी इस घटना की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि उन्होंने स्कूल मॉनिटरिंग कमेटी के साथ दो बैठकें की हैं। इसमें माता-पिता भी शामिल हुए, लेकिन अभिभावक जिद पर अड़े हैं। प्रिंसिपल का कहना है कि ओबीसी बच्चों के अभिभावक अपनी जातिवादी सोच को छोड़ना नहीं चाहते। हम बच्चों को जातिवादी रवैया न रखना सिखा सकते हैं। ये बता सकते हैं कि सभी इंसान समान हैं और कोई भी अछूत नहीं है, लेकिन दुख की बात है कि हम उनके माता-पिता को मना सके। इस मामले में जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारी भरत विरजा ने कहा कि उन्हें मामले की जानकारी नहीं है, लेकिन वे पूरे मामले की जांच करेंगे।

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