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हादसे की जांच करने कांग्रेस का डेलिगेशन पहुंचा कमला नेहरु चिकित्सालय, पटवारी बोले कालिख को मिटाने में जुटी सरकार

भोपाल। राजधानी के कमला नेहरु चिकित्सालय में हुए भयावह हादसे पर राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है। अब कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने कमला नेहरु चिकित्सालय का निरीक्षण कर शिवराज सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए जनजाति गौरव दिवस पर पीएम मोदी के भोपाल में होने वाले भव्य समारोह को निरस्त करने की मांग की है।

कमला नेहरु चिकित्सालय से लौटे कांग्रेस के पूर्व मंत्री जीतू पटवारी,पीसी शर्मा,विजय लक्ष्मी साधो, विधायक कुणाल चौधरी और आरिफ मसूद ने संयुक्त पत्रकार वार्ता में कहा कि 14 बच्चों की हुई मौत को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी को प्रदेश सरकार से जवाब मांगना चाहिए।

हॉस्पिटल में यह कोई आग की पहली घटना नहीं है।

जीतू पटवारी ने कहा कि सरकार मौत के आंकड़ों को छुपाने में लगी हुई। सरकार की जांच व्यवस्था सवाल खड़े करते हुए पटवारी ने कहा कि हॉस्पिटल में यह कोई आग की पहली घटना नहीं है। अस्पताल में लगी कालिख को सरकार मिटाने में लगी हुई है। उन्होनो कहा कि चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के ऑफिस को कंट्रोल रूम बनाया गया है वह से सब कुछ कंट्रोल किया जा रहा है। ऐसी सरकार को लोकतंत्र में रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है

आग से अस्पताल में अब तक 14 बच्चों की मौत हो चुकी है

इसके बावजूद भी विभागीय मंत्री मौत के सही आंकड़े नहीं बता रहे है। जीतू ने कहा कि भाजपा सरकार मौत के आंकड़े छुपाने का खेल खेल रही हैं। इससे पहले सरकार कोविड से हुई मौत को छुपाई थी। उन्होनो कहा कि सीएम शिवराज सिंह चौहान अब तक कमला नेहरू अस्पताल क्यों नहीं गए। जीतू पटवारी ने इस दौरान भोपाल कलेक्टर से इस्तीफा देने की भी मांग की।

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