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हिमाचल में बादल फटने से भारी तबाही, उफान पर नदियां, बहे घर, दुकानें और गाड़ियां, देखे वीडियो

शिमला। एक माह तक गायब रहा मानसून वापस लौटा तो उसने रौद्र रूप दिखा दिया। हिमाचल प्रदेश में सोमवार को ऑरेंज अलर्ट के बीच बादल फटने के चलते मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचाई। राजधानी शिमला सहित प्रदेश के कई क्षेत्रों में रविवार रात से ही भारी बारिश हो रही थी लेकिन सोमवार को उसने रौद्र रूप ले लिया। धर्मशाला और कांगड़ा के आसपास तमाम घर और गाड़ियां बह गई। शिमला-मंडी वाया तत्तापानी सड़क में कई पहाड़ दरके हैं। अभी तक 12 लोग लापता बताए जाए जा रहे हैं। उधर,राजस्थान, पंजाब और हरियाणा के कई जिलों में एक-दो दिन से रुक-रुककर बारिश जारी है तो मध्यप्रदेश में 17 जुलाई से भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।

पर्यटकों को दुर्गम इलाकों में जाने से रोका

हिमाचल प्रदेश में एक तरफ केंद्र सरकार की ओर से एनडीआरएफ की टीमें रवाना कर दी गई हैं तो वहीं राज्य सरकार ने पर्यटकों से दुर्गम इलाकों में न जाने की अपील की है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को ट्वीट कर कहा कि हिमाचल प्रदेश में हो रही भारी बारिश की स्थिति पर नजर रखी जा रही है। अथॉरिटी, राज्य सरकार के साथ लगातार काम कर रही है। सभी संभव मदद दी जा रही है। होम मिनिस्टर अमित शाह ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में तेज बारिश से आई प्राकृतिक आपदा के संबंध में मैंने मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर से बात की है।

गांवों में जारी हुआ अलर्ट

हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में अचनाक बादल फटने के कारण नदियों में पानी का स्तर काफी ज्यादा हो गया है और तेज बहाव के कारण नदियां अपने उफान पर हैं। ऐसे में नदियों के आसपास के गावों में अलर्ट जारी कर दिया गया है।

मप्र सहित अन्य राज्यों में त्रासदी

कुदरत ने खूब तबाही मचाई है। मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, व झारखंड में आकाशीय बिजली गिरने से लगभग 60 से अधिक लोगों की जान चली गई है। जम्मू-कश्मीर में बादल फटने की घटना सामने आई है। सेंट्रल कश्मीर के गांदरबल में रविवार देर रात बादल फटने से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। घरों में पानी घुस गया है। कई दुकानें और सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं।

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