मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में एक और बड़ी सियासी दल की एंट्री होने वाली है। बताया जा रहा है कि तेलंगाना सीएम की पार्टी बीआरएस मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में चुनाव लड़ सकती है हालांकि BRS कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी यह अब तक क्लियर नहीं हो पाया है लेकिन मध्यप्रदेश में एंट्री लगभग तय मानी जा रही है।
कांग्रेस हो या भाजपा या फिर अन्य दल अपने रूठे को मनाने में कहीं ना कहीं असफल साबित हो रहे है। ऐसे में रूठे कांग्रेस भाजपा को छोड़कर अन्य छोटे बड़े दलों का दामन थाम रहे हैं। मध्यप्रदेश में पहले से आम आदमी पार्टी की सक्रियता ज्यादा देखने को मिल रही है। ऐसे में अब मध्यप्रदेश में तेलंगाना की बीआरएस पार्टी का एंटर होना बड़ा संकेत दे रहा है। दरअसल बीते दिन तेलंगाना के सीएम केसीआर ने मध्यप्रदेश के पूर्व बीजेपी सांसद और पूर्व विधायकों को पार्टी में शामिल कर लिया है। बताया जा रहा है की मध्यप्रदेश के आदत दर्शन नेता पार्टी में शामिल हुए हैं।
बड़े नामों में सतना के पूर्व विधायक धीरेंद्र सिंह और पूर्व बीएसपी विधायक डॉ. नरेश सिंह गुर्जर,सतना की पूर्व जिला पंचायत सदस्य विमला बागरी शामिल हुई है। इनके अलावा सबसे बड़ा नाम पूर्व सांसद बुड्डासेन पटेल का है। जिन्हे मध्यप्रदेश में बीआरएस का समन्वयक नियुक्त किया गया। वही सर्वजन कल्याण पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय यादव, भोपाल से राकेश मालवीय व सत्येंद्र सिंह ने भी बीआरएस की सदस्यता ली।
सूत्रों की माने तो बीआरएस आने वाले समय में सदस्यता अभियान चलाएगा बताया यह भी जा रहा है कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में तेलंगाना सीएम केसीआर मध्यप्रदेश में बड़ी सभाएं कर सकते हैं। हालांकि राजनीति के जानकारों का कहना है कि बीआरएस पार्टी का मध्य प्रदेश में कोई वर्चस्व नहीं है। और जो व्यक्ति शामिल हुए हैं वह पूर्व सांसद या विधायक रहे हैं। वर्तमान में किसी बड़े सांसद या विधायक का नाम सामने नहीं आया है। ऐसे में बीआरएस पार्टी मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में थोड़ा बहुत भी नहीं कर पाएगी।