मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में रामनवमी के जुलूस के दौरान उपद्रव में शामिल आरोपियों के घरों को जमींदोज कर दिया गया है। वहीं, इस मामले को लेकर अब राजनीतिक टिप्पणियों की शुरुआत हो गई हैं। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने घटना की निंदा करते हुए आरोपियों पर हुई कार्रवाई को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधा।
ओवैसी ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान को भूलना नहीं चाहिए वे एक संवैधानिक पद पर बैठे हैं। प्रदेश की जनता के जान माल की रक्षा करना उनकी जिम्मेदारी है। सत्ता के नशे में चूर होकर वे गरीबों के आशियाने उजाड़ रहे हैं। मध्य प्रदेश में कानून पर भीड़तंत्र हावी है। शिवराज सिंह की मस्जिदों को नापाक करने और बुजुर्गों पर हमले करने की विचारधारा सही नहीं है। वे न भूलें कि आज उनकी सरकार है कल नहीं रहेगी।
बता दे खरगोन में रविवार को हुए बवाल को देखते हुए प्रशासन ने रविवार रात से ही तीन दिनों के लिए जिले में कर्फ्यू लगा दिया है। जिला प्रशासन ने शहरवासियों से मेडिकल इमरजेंसी के अलावा किसी भी काम के लिए घरों से बाहर न निकलने की अपील की है। वहीं जिले में होने वाली स्कूल और महाविद्यालय की परीक्षाओं को भी स्थगित कर दिया गया है। प्रशासन की सतर्कता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि घटना के 48 घंटे बीत जाने के बाद भी मंगलवार को दूध जैसी सेवाओं के लिए भी ढील नहीं दी गई है।
उपद्रव में शामिल आरोपियों के करीब 45 अवैध निर्माणों को जमींदोज कर दिया गया है। पुलिस ने विवाद में शामिल 8 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है। जिले में सोमवार को कर्फ्यू के चलते दिनभर शांति रही, लेकिन रात को करीब 11 बजे कंदा नदी के दूसरी तरफ बसे रहीमपुरा इलाके में पथराव की घटना हुई।