लंदन। लंदन में रविवार को भारतीय उच्चायोग पर खालिस्तानी उपद्रवियों ने जमकर उत्पात मचाया था। इस घटना के बाद वहां बसे भारतीयों में आक्रोश देखने को मिला। मंगलवार को लंदन में बसे हजारों भारतीय अपने देश के प्रति एकजुटता प्रदर्शित करने के मकसद से भारतीय उच्चायोग के सामने पहुंचे।
हाथों में तिरंगा लिए ये भारतीय जय हो… के नारे लगा रहे थे। कुछ भारतीय यहां पर इस गाने की धुन पर थिरक भी रहे थे। यहां भारतीयों ने बड़ी सभा का आयोजन भी किया। उच्चायोग के सामने भारतीयों की एकजुटता खालिस्तानियों को करारा जवाब है। वहीं भारत सरकार का कहना है कि यूके की सरकार ने दूतावास को सुरक्षा देने में भेदभाव किया है।
ब्रिटिश सांसदों से कार्रवाई की मांग
फ्रेंड्स आॅफ इंडिया सोसाइटी इंटरनेशनल के एक सदस्य ने कहा कि हम भारत का समर्थन करने के लिए भारतीय उच्चायोग के बाहर इकट्ठा हुए हैं। कुछ दिन पहले भारतीय ध्वज को हटा दिया गया था। हम ब्रिटिश सांसदों से तुरंत कार्रवाई करने और इन समस्याओं के प्रति विवेक से काम लेने का आग्रह करते हैं।
बयान की जरूरत नहीं:
भारतीय उच्चायोग के सामने इकट्ठा हुए लोगों ने लंदन के मेयर सादिक खान से तुरंत कार्रवाई करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि हमें आपके बयान की जरूरत नहीं है, हम आरोपियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की मांग करते हैं।
ब्रिटिश पुलिसकर्मी भी भारत के समर्थन में
लंदन में भारतीय उच्चायोग के बाहर भारतीय समर्थकों ने खालिस्तान का खुलकर विरोध किया। इस दौरान प्रदर्शन में शामिल लोगों के साथ वहां सुरक्षा में तैनात ब्रिटिश पुलिसकर्मियों ने भी भारत का समर्थन किया। वहां मौजूद ब्रिटिश पुलिसकर्मी सभा में शामिल होकर अपने अंदाज में भारत का समर्थन करते नजर आए।
हर कोई हुआ इमोशनल
लंदन में जो कोई भी भारतीय उच्चायोग के सामने से गुजरा, वह भारतीयों की एकजुटता देखकर इमोशनल हो गया। कई विशेषज्ञों की मानें तो यहां पर बसे भारतीय जब तिरंगा लेकर उच्चायोग पर पहुंचे होंगे तो इससे यहां तैनात भारतीय अधिकारियों का मनोबल भी बढ़ा होगा।
उच्चायोग पर लहराया विशाल तिरंगा
19 मार्च को भारी तादाद में खालिस्तानी भारतीय उच्चायोग में दाखिल हो गए थे। इन खालिस्तानियों ने भारत के तिरंगे को निकालकर फेंक दिया था और अपना झंडा लगा दिया था। इसके बाद इस उच्चायोग पर विशाल तिरंगा लहराकर खालिस्तानियों तमाचा मारा गया है।
कैसे भाग गया अमृतपाल? क्या कर रहे थे 80 हजार जवान?
चंडीगढ़। आॅपरेशन अमृतपाल सिंह मामले में पंजाब और हरियाणा हाईकर्ट ने मंगलवार को पंजाब सरकार को कड़ी फटकार लगाई है। हाईकोर्ट ने कहा कि पंजाब सरकार के पास इतना भारी पुलिस बल था। इसके बावजूद अमृतपाल को पकड़ने में पुलिस नाकाम रही है। यह पंजाब पुलिस की खुफिया नाकामी को दिखाता है। पुलिस के 80 हजार जवान क्या कर रहे थे। पुलिस का खुफिया तंत्र पूरी तरह से फेल रहा है।
हाईकोर्ट की फटकार के बाद पंजाब सरकार ने बताया कि अमृतपाल के ऊपर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगा दिया गया है। अब इस मामले में चार दिन बाद सुनवाई होगी। वहीं कोर्ट ने पंजाब सरकार से मामले में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने का आदेश दिया है।
अमृतपाल का नया वीडियो आया सामने
अमृतपाल सिंह से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह टोल प्लाजा पर कार की अगली सीट पर दिखाई दे रहा है। अमृतपाल को एक टोल बूथ से सामने आई सुरक्षा फुटेज में कार में देखा जा सकता है। इस बीच अमृतपाल के जिस ब्रेजा कार में फरार होने का शक है। पुलिस ने कार बरामद कर ली है। शाहकोट के मनप्रीत मन्ना के घर से गाड़ी बरामद की गई है। गाड़ी से पुलिस को बंदूक कारतूस और वॉकीटॉकी सेट भी मिला है।