Indian Railway: इंडियन रेलवे ने एक दुर्लभ उपलब्धि हासिल करते हुए रिकॉर्ड कायम किया है। रेलवे ने जम्मू-कश्मीर के रिआसी जिले में चेनाब नदी पर बन रहे दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल के मुख्य आर्च के दोनों हिस्सों को जोड़ने में कामयाबी हासिल कर ली है।
एफिल टावर से ऊंचा है ब्रिज
भारत ने तकनीक के क्षेत्र में एक ओर कारनामा कर दिखाया है। दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल के मुख्य आर्च के दोनों हिस्सों को जोड़ने में सफलता प्राप्त की है। यह पुल चेनाब नदी तल से 359 मीटर की ऊंचाई पर बना हुआ है, जो पेरिस के एफिल टावर से भी 30 मीटर ऊंचा है। रेलवे के अधिकारियों ने इसको ऐतिहासिक पल बताया है।
पीयूष गोयल ने ट्विटर कर दी जानकारी
केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्विटर पर यह जानकारी दी है। उन्होंने ट्वीट कर इसको ऐतिहासिक पल बताया है और कहा है कि चेनाब पुल का निचला आर्च पूरा हो गया और अब इंजीनियरिंग का बेहतरीन नमूना ऊपरी आर्च का काम भी पूरा होगा। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इस मौके का वीडियो साझा करते हुए कहा कि यह दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल होने वाला है।
28 हजार करोड़ रुपये है लागत
रेलवे की इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए इंजीनियर और मजदूर ओवरटाइम कर रहे हैं। यह प्रोजेक्ट चुनौतियों से भरा हुआ और काफी जोखिमवाला है। रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक उत्तरी रेलवे दिसंबर 2022 तक ऊधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लिंक के सबसे कठिन 111 किलोमीटर लंबे खंड को पूरा करेगा, जो रेलवे के जरिए कश्मीर को शेष भारत से जोड़ेगा। 272 किलोमीटर की रेलवे लाइन बनाने की अनुमानित लागत 28 हजार करोड़ रुपये आंकी गई है।