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68 वर्षीय टीवी एक्ट्रेस Ana Obregon अपने ही बेटे के बच्चे की ‘मां’ बनी महिला, जानें क्या रही ऐसी मज़बूरी

Ana Obregon 68 वर्षीय टीवी एक्ट्रेस अपने ही बेटे के बच्चे की ‘मां’ बनी महिला, जानें क्या रही ऐसी मज़बूरी

Ana Obregon दुनिया में माँ बेटे के रिश्ते को सबसे पावन रिश्ता माना जाता है और इस रिश्ते में माँ अपने बच्चो के लिए उनकी छोटी- छोटी ख़ुशी के लिए हर वो काम करती है जिससे उसके बच्चे को सब मिल सके। लेकिन वही सोशल मीडिया के जरिए पिछले कई दिनों से अजीबोगरीब रिश्तों के बारे में काफी कुछ सुनने और पढ़ने को मिल रहा है. किसी ने सौतेले पिता से ही शादी रचा ली, तो किसी को छह साल बाद पता चला कि जिससे उसकी शादी हुई और दो बच्चे हुए, वो उसकी सगी बहन है. लेकिन आज हम आपको एक ऐसी महिला के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने अपने ही बेटे के बच्चे को गोद लिया है. यानी, अब ये महिला बच्ची की केवल दादी ही नहीं, बल्कि उसकी मां भी कहलाएगी।

एना के बेटे की 27 साल की उम्र में कैंसर से मौत हो गई थी

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एना ओब्रेगॉन (Ana Obregon) नाम की एक 68 वर्षीय स्पेनिश टीवी एक्ट्रेस ने यह कहकर सबको चौंका दिया कि उन्होंने सरोगेसी से जिस बच्ची को गोद लिया है, वो उनके ही बेटे ने जन्म दिया है. लेकिन आपको बता दें कि मां-बेटे के बीच कुछ भी गलत नहीं था. महिला के मुताबिक, यह उनके बेटे की आखिरी ख्वाहिश थी, जो कि अब इस दुनिया में नहीं है. एना के बेटे की 27 साल की उम्र में कैंसर से मौत हो गई थी. तब उसने अंतिम इच्छा जताई थी कि मरने से पहले वह अपने बच्चे को दुनिया में लाना चाहता है. 2020 में एलेस लेक्विओ (Aless Lequio) की मौत से पहले उनके स्पर्म को न्यूयॉर्क में फ्रीज कर प्रिजर्व कर लिया गया था. जिस महिला ने बच्ची को सरोगेसी के जरिए जन्म दिया है, वो फ्लोरिडा में रहने वाली क्यूबा मूल की बताई जा रही है. हालांकि, एक्ट्रेस के खुलासे के साथ ही स्पेन में सरेगेसी की बायोएथिक्स और बच्चों के निजता के अधिकार को लेकर एक नई बहस छिड़ गई है.

इस प्रथा को महिलाओं के खिलाफ हिंसा का रूप बताया है

स्पेन में सरोगेसी गौरकानूनी है, लेकिन विदेश में पैदा हुए बच्चे को गोद लिया जा सकता है. हालांकि, इस मामले पर स्पेन सरकार की राय थोड़ी अलग है. इक्वलिटी मिनिस्टर आइरीन मोंटेरो ने इसकी कड़ी निंदा करते हुए इस प्रथा को महिलाओं के खिलाफ हिंसा का रूप बताया है. वहीं, गठबंधन की सोशलिस्ट पार्टी का कहना है कि अन्य देशों में सरोगेट का उपयोग करने से रोकने के लिए कानून को बदलने की जरूरत है.’

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