Tokyo Olympic: टोक्यो ओलंपिक में भारत की महिला हॉकी टीम का पदक जीतने का सपना टूट गया। कांस्य पदक के लिए हुए मुकाबले में ग्रेट ब्रिटेन ने भारत को 4-3 से हरा दिया।
शानदार खेल का किया प्रदर्शन
भारतीय महिला हॉकी टीम ने शानदार खेल का प्रदर्शन किया और दूसरे क्वार्टर तक स्कोर उसके पक्ष में 3-2 था, लेकिन टीम इस बढ़त को कायम नहीं रख सकी और ब्रिटेन ने तीसरे और चौथे क्वार्टर में 15 मिनट के अंदर 2 गोल दाग 4-3 से मैच अपने पक्ष में कर लिया। भारतीय टीम की शुरूआत अच्छी नहीं रही, वह 2-0 से पिछड़ रही थी, लेकिन भारतीय टीम ने दूसरे क्वार्टर में जबरदस्त वापसी करते हुए 4 मिनट के अंदर 3 गोल दागे।
गुरजीत कौर ने किए दो गोल
भारत की ओर से गुरजीत कौर ने 25वें और 26वें मिनट में गोल दागकर स्कोर 2-2 से बराबर कर दिया था। इसके बाद वंदना कटारिया ने 29वें मिनट में गोलकर भारत को बढ़त दिला दी। तीसरे क्वार्टर में ब्रिटेन की पियर्ने वेब ने 35वें मिनट में गोल कर स्कोर 3-3 से बराबर कर दिया था। चौथे क्वार्टर में ब्रिटेन ने एक और गोल कर मैच में निर्णायक बढ़ ले ली।
खिलाड़ी हुए गमगीन
भारतीय महिला हॉकी टीम तीसरी बार ओलंपिक में भाग ले रही थी। इससे पहले 1980 में टीम अंतिम 4 में पहुंची थी। वहीं 2012 रियो ओलिंपिक में टीम 12वें स्थान पर रही थी। कड़े मुकाबले में नजदीक पहुंचकर हारने का गम खिलाड़ियों में देखा गया और उनके मैदान में आंसू निकल आए। भारतीय महिला हॉकी टीम को उसके शानदार प्रदर्शन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविद ने बधाई दी है।