Slavery In MP: मानकचौक क्षेत्र में दी दबिश जिला प्रशासन, पुलिस और वरदान सेवा समिति की संयुक्त कार्रवाई, पूरे क्षेत्र में मजदूरी कर रहे हैं 700 से ज्यादा विक्षिप्त
Slavery In MP:बंधुआ की तरह मजदूरी कर रहे 13 लोगों को कराया मुक्त
Slavery In MP: गुना। चांचौड़ा ब्लॉक के मानकचौक गांव में दबंग परिवारों के घरों में बगैर भुगतान मजदूरी कर रहे एक दर्जन से ज्यादा मानसिक विक्षिप्त लोगों को रेस्क्यू किया गया है। यह सभी लोग मध्यप्रदेश के अलावा छत्तीसगढ़ और बिहार जैसे राज्यों से आए थे। जिनकी मानसिक हालत को देखते हुए धनाढ्य वर्ग ने अपने घरों में छोटे-मोटे कामों को कराने के लिए रख लिया था और महज दो वक्त की रोटी के लिए यह सभी दिन-रात मजदूरी कर रहे थे।
गुना पुलिस ने माना है कि सभी लोग बंधुआ की तरह जीवन यापन कर रहे थे।
Slavery In MP: दरअसल, गुना की एक सामाजिक संस्था वरदान सेवा समिति के अध्यक्ष प्रमोद भार्गव ने कुछ दिनों पहले गुना कलेक्टर तरुण राठी और एसपी राकेश कुमार सगर को चांचौड़ा- बीनागंज क्षेत्र में मानसिक Read More
Slavery In MP: इसके बाद ऐसे परिवार जिनके पास लोगों ने गायों की देख-रेख सहित अन्य छोटे- होने की वजह से बिना वेतन काम करने वाले नहीं मिल पा रहे थे वे इन्हे सिर्फ दो वक्त के भोजन के एवज में काम पर रख लेते है । मानसिक रूप से विक्षिप्त यह लोग बिना वेतन काम करने वाले अघोषित मजदूर कुछ भी बता पाने में असमर्थ है।
Slavery In MP: लेकिन संस्था की नजर इन पर पड़ी और लम्बे समय तक छानबीन के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि सभी लोगों से धनाढ्य और दबंग परिवारों के द्वारा बंधुआ कराया जा रहा है। कलेक्टर और एसपी के निर्देश पर श्रम अधिकारी और अन्य अधीकारीयों द्वारा मानकचौक गाँव मे छाप मार गया और छोटे से गांव के अधिकांश घरों में मानसिक विक्षप्त मजदूर मिले हैं। पुलिस ने अब 13 मानसिक विक्षप्त मजदूरों को मुक्त करा लिया।
भयभीत नजर आ रहे थे मुक्त कराए गए लोग
Slavery In MP: मानकचौक गांव से मुक्त कराए गए सभी मानसिक विक्षप्त लोग दबंगों के चंगुल से छूटने के बाद भयभीत नजर आ रहे थे। जिन्हें गुना जिला अस्पताल लाया गया है । अब संस्था और जिला प्रशासन मुक्त कराए तलाश कर रही है, ताकि इन्हें सकुशल अपने परिजनों तक पहुंचाया जा सके ।
Slavery In MP: मुक्त कराए गए मानसिक विक्षप्त मजदूरों जिला अस्पताल में वाहन से बाहर आते हुए समिति के अध्यक्ष प्रमोद भार्गव ने भरोसा दिया कि जिला प्रशासन उनके साथ है, अब उन्हें दोबारा जबरिया मजदूरी कराने के लिए कोई नहीं ले जाएगा। तब जाकर उन्होंने वाहन से नीचे उतरने की हिम्मत दिखाई और अस्पताल परिसर के अंदर गए। जहां समिति द्वारा सभी को भोजन भी कराया गया। इसके बाद जिले के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों ने सभी लोगों से मुलाकात की। लेकिन वह ज्यादा कुछ बताने की स्थिति में नजर नहीं आ रहे थे। इसमें ज्यादातर लोग 8 से 10 साल पहले लाए गए थे ।
Slavery In MP: जानकारी मिली है कि चाचौड़ा, बीनागंज, मधुसूदनगढ़ सहित आसपास के इलाकों में ढाबे, दुकानों और घरों में मानसिक विक्षप्त लोगों से बिना पगार मजदूरी करवा रहे लोगों में इस कार्रवाई के बाद दहशत है। समिति ने पहले ही 700 से ज्यादा लोगों को जबरिया अपने पास रखने की बात कही है। दरअसल, इन सभी को पेट भरने के लिए यहां से वहां भटकना पड़ता है और मजदूरी कराने वाले लोग इन्हें बचा खुचा खाना दे देते हैं। बस मानसिक विक्षप्त इसी लालच में लोगों के घरों और दुकानों पर काम कर रहे हैं, जिसका फायदा यह लोग बखूबी उठा रहे थे। समिति के मुताबिक जल्द ही एक अभियान चलाकर शेष लोगों को भी रेस्क्यू कराया जाएगा।
गुना पुलिस करेगी टीम का सम्मान
Slavery In MP: गुना पुलिस ने इस मामले में गंभीरता से कार्रवाई करते हुए मानसिक विक्षप्त लोगों को मुक्त कराया है। पुलिस ने माना है कि यह सभी लोग बंधुआ मजदूरों की तरह रह रहे थे। इन्हें काम के बदले केवल भोजन उपलब्ध कराया जा रहा था। इस कार्रवाई में कुंभराज थाना प्रभारी दिलीप राजौरिया, श्रम विभाग के निरीक्षक आशीष तिवारी थाना कुंभराज से एएसआई विपिन तिर्की, आरक्षक सोहन अनारे, आरक्षक अनिल चतुवेर्दी, आरक्षक वासुदेव शर्मा, आरक्षक कपिल व्यास व आरक्षक अजीत लोधी ग्राम मानक चौक पहुंचे और दरिद्रता की स्थिति में रह रहे मानसिक विक्षप्त लोगों के संबंध में ग्रामीणों से मुलाकात की। लोगों को समझाइश देकर 13 विक्षत को मुक्त कराकर उन्हें शिवपुरी स्थित समाजसेवी संस्था अपना घर पहुंचाया जा रहा है। गुना एसपी पुलिस टीम को पुरुस्कृत करने की बात कही है। साथ ही जिले में मानसिक रूप से विक्षप्त लोगों के दिखाई देने पर समाजसेवी प्रमोद भार्गव के दूरभाष 8827733288 पर सूचित करने कहा है।
Slavery In MP: श्रमिकों में रामकुमार पिता गोरे लाल राव नि निवासी ग्राम सीतापुर गोंडा उ.प्र ,रायसेन, लखन गौढ़ नि. लोरमी बिलासपुर, गुर्जर सिंह नि. रुठियाई गुना, रामजीवन तहसील कुक्षी जिला धार, अशोक कुमार गुना राधौगढ़ जिला गुना, लल्ली राम पिता देवचंद यूपी, बाबूलाल आदिवासी पिता हानाजी अहिरवार नि बरावदा जिला बारां राजस्थान, चंद्र शर्मा नि. राठी गया बिहार, अमर भूण्डिया मानकर नि. ग्राम पंचायत अगावा कुशवाह नि. कुनुक्कूच चंनेरा फिरोजाबाद नि. भूआले डोंगरपुर राजस्थान आदि सभी मुक्त कराए गए हैं। इन लोगों को कराया गया मुक्त जिला कोमल पिता रणजीत सिंह चौहान, वीरेन्द्र श्रमिक कुंभराज क्षेत्र के नियोजकों से मुक्त कराए गए है ।