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MP Politics: RSS के पूर्व प्रचारकों और कई विस्तारकों ने मिल कर बनाई नई राजनैतिक पार्टी। जनहित रखा पार्टी का नाम ।

MP Politics: RSS के पूर्व प्रचारकों और कई विस्तारकों ने मिल कर बनाई नई राजनैतिक पार्टी। जनहित रखा पार्टी का नाम

MP Politics: भोपाल में आज हुई पहली बैठक में पार्टी के पांच सूत्रीय एजेंडा तय किया गया। पांच बिंदुओं के आधार पर जनहित पार्टी मध्यप्रदेश में भाजपा सरकार को आगामी चुनाव में घेरेगी। Read More

MP Politics: आज का दिन राष्ट्र स्वयं सेवक संघ (RSS) के इतिहास में एक विराम के रूप में जाना जाएगा। संघ की विचारधारा (Rss Ideology) से प्रभावित हज़ारो प्रचारकों ने अपनी कई वर्षों की मेहनत से भारतीय जनता पार्टी को ज़मीन से खड़ा कर दिल्ली का ताज दिया आज वही सारे मूल प्रचारकों ने RSS को विदा करते हुए अपनी नई पार्टी की स्थापना की है।

देश के कोने-कोने से रविवार को भोपाल पहुंचे आरएसएस (RSS) के पूर्व प्रचारक और स्वयंसेवकों ने जनहित पार्टी के नाम से राजनीतिक पार्टी का गठन किया है। 

MP Politics: आरएसएस के पूर्व प्रचारक अभय जैन ने कहा कि देश की जनता आज एक स्वच्छ राजनीति की ओर देख रही है और नेता आज जनता से जुड़े मुद्दों को उठाना भूल गए हैं। भाजपा की ही बात की जाए तो पंडित दीनदयाल उपाध्याय(Deendayal Upadhyay) जैसे महान विचारकों ने जिन विचारों पर पार्टी की स्थापना की थी वह विचार आज भाजपा में कहीं भी नजर नहीं आते हैं।

संस्थापक सदस्यों का ये मानना है की आज के समय में चाहे आर.एस.एस. हो या भारतीय जनता पार्टी ये सभी पूरी तरह से भ्रष्ट हो चुके है और इनके पास अब कोई विचारधारा नहीं बची है ना किसी कार्यकर्ता की कोई सुनवाई है,ऐसे में ज़रूरी है कि विचारधारा को पुनर्जीवित करने के लिए नया सिस्टम खड़ा करते हुए नई पार्टी की स्थापना की जाए।

MP Politics: पार्टी की स्थापना बैठक में महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, गुजरात, झारखंड, के लगभग 380 वरिष्ठ प्रचारकों ने हिस्सा लेने जा रहे है , पार्टी का कहना है की अभी हमारे पास मध्यप्रदेश में ही 2 लाख सक्रिय कार्यकर्ता है जो की RSS और बीजेपी से परेशान है और नई व्यवस्था चाहते है हमारा लक्ष्य अगले एक माह में दस लाख सक्रिय कार्यकर्ता को खड़े करने का है, जो कि आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी के लिये काम करेगे, मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव 2023 में पार्टी सभी 230 सीटो पर अपने उम्मीदवार उतारेगी जो की भारतीय जनता पार्टी के विकल्प के रूप में होंगे और इसके लिए पार्टी ने ज़मीनी तैयारी पूरी कर ली है ।

क्या होगा असर

MP Politics: राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि अलग राजनीतिक पार्टी बना रहे लोगों को RSS बरसों पहले ही दायित्व मुक्त कर चुका है। बावजूद, इनकी जड़ें मजबूत रही हैं। यह एक बड़ी वजह BJP को चुनाव में नुकसान पहुंचाने के लिए हो सकती है। यह अंडर करंट सामने नहीं दिखाई देगा।

MP Politics: बीजेपी व संघ सूत्रों की मानें तो जो स्वयं सेवक नई पार्टी बना रहे वह 2007-08 के बाद संघ के किसी भी जवाबदेही वाले पद पर नहीं है। 2007-08 के बाद से इन्हें कोई जिम्मेदारी नहीं सौंपी। इसके बाद से यह लोग भारत हितरक्षा अभियान के तहत काम कर रहे हैं।

निर्दलीय लड़ेंगे चुनाव हजारों लों संपर्क में – डॉ बारोठ

MP Politics: डॉ. सुभाष बारोठ ने बताया कि 200 लोग जुटेंगे और अपने प्रस्ताव बनाकर चुनाव आयोग को भेज देंगे। इससे हमारी पार्टी रजिस्टर्ड हो सके और चुनाव चिह्न मिल सके। चुनाव तक चिह्न नहीं मिलता है तो हमारे लोग निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। इनका समर्थन जनहित पार्टी करेगी।

मुद्दे जिनके लिए बनाई गई है पार्टी –

इन मुद्दों के लिए बना रहे पार्टी

बांग्लादेशी घुसपैठियों का देश से निष्कासन।

दुनियाभर से प्रताड़ित होकर भारत आए हिंदुओं को देश की नागरिकता दिलाना।

अल्पसंख्यकों के विशेष अधिकार (धारा 30) को समाप्त करना।

राजनीति से अपराधियों को बाहर करना।

सरकारी स्कूलों में निःशुल्क उच्च स्तरीय पढ़ाई और सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क बेहतर इलाज दिलाना।

बच्चों को महंगी कोचिंग से मुक्ति दिलाना।

नशे, अपराध, महंगाई और भ्रष्टाचार से त्रस्त जनता को राहत दिलाना।

सरकारी नौकरियों में ईमानदार व्यवस्था बनाना, युवाओं के लिए रोजगार सृजित करना।

सरकारी दफ्तरों, थानों में आम आदमी को मजबूत बनाना।

प्रकृति की सुरक्षा तय करना।

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