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पुलिस आरक्षक भर्ती की शारीरिक दक्षता परीक्षा में 800 मीटर की दौड़ में जिंदगी हुई खत्म

जबलपुर। जबलपुर में पुलिस आरक्षक भर्ती की शारीरिक दक्षता परीक्षा की दौड़ में शामिल एक युवक की दौड़ने के बाद मौत हो गई। युवक को सांस लेने में परेशानी हो रही थी, जिसके चलते उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। रांझी थाना प्रभारी के अनुसार एसएएफ में चल रही आरक्षक शारीरिक परीक्षा का बुधवार को तीसरा दिन था। सिवनी के खेड़ा निवासी नरेंद्र कुमार गौतम (22) इसमें शामिल होने के लिए जबलपुर के रांझी पहुंचा था। करीब 800 मीटर की दौड़ के बाद अचानक नरेंद्र की तबीयत खराब हो गई। वह दौड़ने के बाद लेट गया, उसे सांस लेने में परेशानी हो रही थी। युवक की तबीयत खराब होने पर उसे तत्काल रांझी अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे विक्टोरिया रैफर किया गया, इसके बाद उसे जबलपुर हॉस्पिटल रैफर कर दिया गया। अस्पताल में इलाज के दौरान युवक की मौत हो गई। युवक अपने पिता शंकरलाल गौतम के साथ परीक्षा देने आया था।

एक और युवक हुआ बेहोश:
बेटे को पिता शंकरलाल गौतम परीक्षा दिलाने लाए थे। जैसे ही परिजनों ने अपने लाडले की मौत की खबर सुनी तो वो चीख पड़े। बेटे का सपना पुलिस में भर्ती होने का था, लेकिन अब वह सपना केवल सपना ही बनकर रह गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं मृतक युवक के पिता शंकरलाल ने यह भी बताया कि मंगलवार को फिजिकल टेस्ट के दौरान एक और युवक बेहोश हो गया था।

पिता को नहीं पता कैसे हुई मौत

शंकरलाल गौतम ने बताया कि उनके बेटे ने 8 मीटर की दौड़ को पूरा कर लिया था। वह सिवनी जिले के छपारा आदेगांव से यहां आरक्षक भर्ती प्रक्रिया में अपने बेटे को फिजिकल कराने लेकर आए थे। पिता के मुताबिक, बेटा अंदर अपना फिजिकल टेस्ट दे रहा था और वह बाहर खड़े थे। उन्हें पूरी घटना के बारे में अभी कुछ भी नहीं पता कि किस प्रकार से उनके बेटे की मौत हुई। उन्हें सिर्फ इतना बताया गया था कि उनका बेटा चक्कर खाकर गिर गया था। इसके बाद एसएएफ छठवी बटालियन के अधिकारियों द्वारा एंबुलेंस की मदद से उसे अस्पताल पहुंचाया गया था। बुधवार को इलाज के दौरान उनके बेटे की मौत हो गई है।

हार्ट अटैक की आशंका

जानकारी के मुताबिक नरेंद्र की मौत की वजह हार्ट अटैक मानी जा रही है। मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने नरेंद्र के शव को एम्बुलेंस के जरिये पीएम के लिए रवाना किया। नरेंद्र के पिता अस्पताल में मौजूद रहे लेकिन वे अपना दुख भी बयान नहीं कर पा रहे थे। वे यही कहते रहे कि उन्हें नहीं मालूम कि उनके बेटे को क्या हुआ। शंकरलाल गौतम के दो बेटे हैं जिनमें बड़े बेटे की दो साल पहले शुगर की बीमारी के चलते मौत हो चुकी है। अब नरेंद्र ही उनके घर की जिम्मेदारी संभालने वाला था।

5 जून तक चलेगी भर्ती

9 मई से एमपी में पुलिस कांस्टेबल भर्ती के लिए शारीरिक दक्षता परीक्षा (पीपीटी) शुरू हो गई है। दूसरे चरण की भर्ती की शारीरिक परीक्षा 5 जून तक चलेगी। पीईबी ने 6 हजार पदों पर होने वाली भर्ती के लिए पहले ही लिखित परीक्षा दे दी थी। पीईबी परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवारों को अब शारीरिक परीक्षण से गुजरना होगा। व्यावसायिक परीक्षा मंडल द्वारा कांस्टेबल (जीडी) और कांस्टेबल (रेडियो) के कुल 6 हजार पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा आयोजित की गई थी। इसके लिए 8 जनवरी से 17 फरवरी 2022 तक आॅनलाइन परीक्षा ली गई थी।

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