Indore News : आजाद भारत के इतिहास में इंदौर का सबसे बड़ा हादसा, 36 लोग मौत के गर्त में समाए - Mradubhashi - MP News, MP News in Hindi, Top News, Latest News, Hindi News, हिंदी समाचार, Breaking News, Latest News in Hindi
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Indore News : आजाद भारत के इतिहास में इंदौर का सबसे बड़ा हादसा, 36 लोग मौत के गर्त में समाए

Indore News : आजाद भारत के इतिहास में इंदौर का सबसे बड़ा हादसा, 36 लोग मौत के गर्त में समाए
Indore News : आजाद भारत के इतिहास में इंदौर का सबसे बड़ा हादसा, 36 लोग मौत के गर्त में समाए

इंदौर के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में कुंए की छत से गिरने से हुए हादसे में अब तक 36 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।

फिलहाल 20 से ज्यादा लोगों का इलाज एप्पल अस्पताल में चल रहा है। यह आजाद भारत के इतिहास में इंदौर का अब तक का सबसे बड़ा हादसा है। रात 12 से 1.30 बजे के बीच महज डेढ़ घंटे में ही 16 शव निकाले गए। देर रात तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलता रहा। शुक्रवार सुबह रेस्क्यू दोबारा शुरू किया गया। मंदिर की दीवार और बावड़ी की स्लैब तोड़ी गई। आर्मी और प्रशासन की कई टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी रहीं। मामले में मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष सेवाराम गलानी पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया गया है।

सीएम के सामने लोगों ने लगाए प्रशासन मुर्दाबाद के नारे

हादसे के एक दिन बाद घायलों के हाल जानने पहुंचे सीएम शिवराज सिंह और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के सामने इंदैर की जनता ने जमकर नारेबाजी की, सीएम के सामने ही लोगों ने प्रशासन मुर्दाबाद, नगर निगम हाय-हाय, मौतों का जिम्मेदार प्रशासन है के नारे लगाए।

शोक स्वरुप बंद रही इलाके की दुकानें

इस दुखद हादसे ने पूरे इंदौर को झकझोर दिया है। इस कारण इलाके के व्यापारियों ने स्वेच्छा से यह निर्णय किया कि क्षेत्र के सभी बाजार और दुकानें शोक स्वरूप बंद रही। सभी गलियों में सन्नाटा पसरा हुआ है। सपना संगीता टॉकीज के सामने वाली गली मैं स्थित बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर मैं कल की घटना के शोक स्वरूप आज सुबह पटेल नगर, स्नेह नगर, अग्रवाल नगर, सिंधी कॉलोनी, जागृति नगर, सर्वोदय नगर , पंचशील नगर की दुकान बाजार आदि क्षेत्रों की दुकानें और बड़े बाजार नहीं खुले। 31 मार्च दोपहर तक दुकानें बंद रहेंगी।

मरने वालों में 21 महिलाएं और 15 पुरुष

बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर करीब 60 साल पुराना है प्रशासन के मुताबिक, मंदिर समिति ने बिना अनुमति 30 साल पहले अवैध ढंग से बावड़ी को ढंक दिया। पूजा कर रहे लोगों को भी पता ही नहीं था कि वे बावड़ी पर बैठे हैं। निगम के रिकॉर्ड में दर्ज 629 बावड़ियों की सूची में पटेल नगर की बावड़ी का कहीं जिक्र ही नहीं था। समिति ने बावड़ी पर जाली ढक कर ऊपर फर्श बना दिया था। इस हादसे में जान गंवाने वालों में 21 महिलाएं और 15 पुरुष हैं। इनमें 3 बच्चे और एक बच्ची है।