नई दिल्ली। गुजरात और महाराष्ट्र में भारी बारिश जानलेवा साबित होने लगी है। भारी बारिश और बाढ़ से महाराष्ट्र में अब तक 89 लोगों की मौत हो गई है, जबकि गुजरात में पिछले 24 घंटों में 14 लोगों की मौत होने से मृतकों की कुल संख्या 70 से अधिक हो गई है। ये आंकड़े पिछले डेढ़ महीने के हैं। गुजरात के अहमदाबाद में सबसे अधिक बुरा हाल है। वहीं सूरत में छह जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। इस बीच महाराष्ट्र की बात करें तो नागपुर में एक स्कॉर्पियो बारिश के पानी में बह गई। इसमें छह लोग सवार थे। तीन के शव मिले हैं। सभी मध्यप्रदेश के रहने वाले थे।
मौसम विभाग के अनुसार जून से अब तक देश में औसत से 9% अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है। मंगलवार तक देश के औसत 266 मिलीमीटर बारिश के मुकाबले 289 मिमी बारिश दर्ज की गई। लेकिन देश में जून के बाद से बारिश का असमान पैटर्न भी सामने आया है। देश के लगभग 85 जिले अच्छी बारिश के लिए तरस रहे हें। लगभग 32 करोड़ की आबादी वाले इन जिलों में अपर्याप्त बारिश दर्ज की गई है। इन जिलों में सर्वाधिक लगभग 42 जिले उत्तरप्रदेश के हैं। तमिलनाडु के लगभग 12 जिलों में अभी पर्याप्त बारिश नहीं हुई है। देश के उत्तर पश्चिमी क्षेत्रों में बारिश की कमी है। इनमें राजस्थान के पश्चिमी जिले शामिल हैं।
कर्नाटक में अब तक 32 की मौत
कर्नाटक के विभिन्न हिस्सों में बारिश का कहर जारी है। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने बुधवार को कहा कि अब तक 32 लोगों की जान चली गई है और क्षतिग्रस्त हुए बुनियादी ढांचे को बहाल करने के लिए 500 करोड़ रुपये तुरंत जारी किए जाएंगे।
महाराष्ट्र में आज रेड और ऑरेंज अलर्ट
आईएमडी ने गुरुवार को मुंबई, रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, कोल्हापुर, सतारा, अमरावती और ठाणे के लिए आॅरेंज अलर्ट जारी किया है। पालघर, नासिक और पुणे को इस बीच कल के पूवार्नुमान के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है।
भूस्खलन में एक व्यक्ति और उसकी बेटी की मौत
पालघर जिले के वसई इलाके में आज हुए भूस्खलन में एक व्यक्ति और उसकी बेटी की मौत हो गई। दो अन्य को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पालघर के सभी स्कूल-कॉलेजों में कल यानी गुरुवार को अवकाश रहेगा। यह फैसला मौसम विभाग की ओर से जारी रेड अलर्ट के बीच लिया गया है।
असम में बाढ़ की स्थिति में सुधार, 2.92 लाख लोग अब भी प्रभावित
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की दैनिक बाढ़ रिपोर्ट के अनुसार, असम में अभी कोई नदी खतरे के निशान से ऊपर नहीं बह रही है और दिन के दौरान डूबने की कोई घटना नहीं हुई है। इस साल बाढ़ और भूस्खलन में 192 लोगों की मौत हुई है।