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Excessive Sweating : ज़्यादा आता है पसीना, तो हो जाएं सावधान

Excessive Sweating : ज़्यादा आता है पसीना, तो हो जाएं सावधान

Excessive Sweating:आमतौर पर पसीना आना सेहतमंद होने की निशानी भी माना जाता है। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक पसीना आना सामान्य प्रक्रिया है। मुश्किल तब होती है तब इस सामान्य प्रक्रिया में असंतुलन पैदा होने लगता है।

Excessive Sweating: आवश्यकता से अधिक पसीना आने की स्थिति चिकित्सा विज्ञान के शब्दों में हाइपरहाइड्रोसिस कहलाती है।अधिक पसीना आने की वजह से जो शारीरिक समस्याएं होती हैं वे अपनी जगह हैं। लेकिन इसकी वजह से मानसिक स्तर पर भी पीड़ित को कई उलझनों का सामना करना पड़ सकता है। वह सामाजिक मेलजोल से बचने लगता है, खुद के प्रति हीन भावना पाल सकता है, अपने शरीर को लेकर अतिरिक्त संवेदनशील हो सकता है। ऐसे में जरूरी है कि डॉक्टर से सलाह लेकर तुरन्त समस्या पर नियंत्रण की कोशिश की जाए।

Excessive Sweating: इंफेकशन का खतरा

कई इंफेक्शंस ऐसे हैं जिनके हो जाने पर पसीना (Sweat) जरूरत से ज्यादा आने लगता है. हड्डियों के इंफेक्शंस या रीढ़ की हड्डी में लगी चोट से भी ऐसा होता है.

Excessive Sweating: मेनोपोज

मेनोपोज कोई बीमारी नहीं है लेकिन मेनोपोज के शुरुआती दौर में या मेनोपोज होने से पहले शरीर में जो बदलाव होते हैं उनकी वजह से बढ़ती उम्र की महिलाओं को बहुत ज्यादा पसीना आने की दिक्कत हो सकती है. महिलाओं का शरीर जब मेनोपोज के लिए तैयार होने लगता है तो उनके एस्ट्रोजन लेवल्स गिरने लगते हैं. हार्मोन्स में उतार-चढ़ाव शरीर में गर्माहट पैदा करता है जिससे पसीना आना बढ़ सकता है. इस स्थिति में आप यह कर सकती हैं कि हल्के कपड़े पहनें और हवा में बैठें.

Excessive Sweating: प्रेग्नेंसी

मेनोपोज की ही तरह प्रेग्नेंसी (Pregnancy) भी कोई बीमारी नहीं है लेकिन इस स्थिति में भी हार्मोन लेवल्स में कई बदलाव होते हैं जिस कारण कई महिलाओं को अत्यधिक पसीना आने की परेशानी होती है. हालांकि, बच्चा हो जाने के बाद पसीने की दिक्कत दूर हो जाती है.

Excessive Sweating: डायबिटीज
बहुत ज्यादा पसीना आने का कारण डायबिटीज (Diabetes) भी हो सकता है. डायबिटीज ऐसी कंडीशन है जिसमें शरीर ब्लड शुगर और ग्लूकोस को किस तरह इस्तेमाल करता है इसपर प्रभाव पड़ता है. इस चलते शरीर में अलग-अलग हार्मोन्स रिलीज होने लगते हैं, जैसी कि एड्रेनलाइन, और बहुत ज्यादा पसीना आना शुरू हो जाता है. डायबिटीज होने पर स्वेट ग्लैंड्स (Sweat Glands) पर असर पड़ सकता है जिससे बहुत कम या बहुत ज्यादा पसीना आने की परेशानी होती है.

Excessive Sweating: मोटापा

ओबेसिटी या अत्यधिक मोटापा होने पर भी सेकेंडरी हाइपरहाइड्रोसिस (Secondary Hyperhidrosis) हो सकता है. ओबेसिटी (Obesity) होने पर व्यक्ति को किसी भी काम को करने में सामान्य व्यक्ति से ज्यादा ऊर्जा की जरूरत पड़ती है जो कई बार थका देने वाली साबित होती है और जिससे शरीर में पसीना भी ज्यादा आता है.

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