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डोंगरगांव बस हादसा, ड्रायवर ने सुनाई आपबीती, एक घायल ने भी तोड़ा दम, मरने वालों की संख्या 25 हुईं

डोंगरगांव बस हादसा, ड्रायवर ने सुनाई आपबीती, एक घायल ने भी तोड़ा दम, मरने वालों की संख्या 25 हुईं

खरगोन। डोंगरगांव में पुल से नीचे गिरी यात्री बस हादसे में दूसरे दिन इंदौर में उपचाररत एक और घायल मुख्तयार मुंशी (32) निवासी लिक्खी ने दम तोड़ दिया है। इसके बाद अब मरने वालों की संख्या 25 हो गई है।

हादसे के बाद जहां बस चालक के फरार होने की बात सामने आ रही थी लेकिन वह देररात एक निजी अस्पताल में उपचाररत मिला। घायलों के स्वास्थ्य में सुधार आने और चालक के सामने आने के बाद हादसे की अलग.अलग वजह बताई जाती रही है। पुलिस एवं प्रशासन भी अपने स्तर पर हादसे के कारणों की जांच में जुटा है।

ड्रायवर सुनील राठौर ने बताया कि वह पिछले 6 माह से मां शारदा टे्रवल्स की यात्री बस एमपी10पी7755 चला रहा है। वाहन जब पुल पर पहुंचा तो अचानक बस का कमानी का पत्ता टूट जाने से वह नियंत्रण खौ बैठा, बस को नियंत्रित करने की भरसक कोशिश की लेकिन नाकाम रहा और बस पुल से नीचे गिर गई। हादसे में वह खुद भी घायल हो गया, उसे किसने अस्पताल पहुंचाया उसे सुध नही है।

डोंगरगांव बस हादसा : घटनास्थल पहुंचा जांच दल

कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा ने बस दुर्घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश जारी किए थे। कलेक्टर ने एसडीएम? ओम नारायण सिंह को जांच अधिकारी नियुक्त किया है। बुधवार सुबह बस हादसे की जांच के लिए भोपाल और चेन्नई का दल खरगोन पहुंचा। टीम के साथ खुद कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा और एसपी धर्मवीर डोंगरगांव और दसंगा के बीच बोराड़ नदी पर बने पुल पर पहुंचे। यहां जांच दल ने हादसे में क्षतिग्रस्त हुई बस का भी निरीक्षण किया। कलेक्टर ने बताया घटना के क्या कारण थे? घटना के लिए कौन.कौन दोषी है? भविष्य में इस प्रकार की घटना को रोकने के लिए सुझाव? उपरोक्त बिन्दुओं के अलावा अन्य कोई बिन्दु हो तो उनका भी उल्लेख रिपोर्ट किया जाएगा।

डोंगरगांव बस हादसा : ऊन थाने पर दर्ज किया है मामला

एसपी धर्मवीर सिंह यादव के अनुसार मंगलवार को हुई बस दुर्घटना के संबंध में थाना ऊन में गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया है। बस ड्राइवर सुनील राठौर, बस कंडक्टर संतोष बारचे और बस मालिक प्रवीण सोनी को आरोपी बनाया है। आरोपियों द्वारा जानबूझकर क्षमता से अधिक सवारी भरी गई और यह जानते हुए कि इतनी सवारी भरने से तथा तेज गति से वाहन चलाने से यात्रियों की मृत्यु हो सकती है, उसके बाद भी यह कृत्य किया गया।

अत: यह एक सामान्य दुर्घटना का मामला नहीं है, इसलिए आरोपियों के विरुद्ध गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है। इंदौर रेफर किए गए एक मरीज मुख्तयार की इंदौर में उपचार के दौरान मौत हुई है। 22 मरीज रैफर किए गए थे। जिनमें 11 इंदौर के अलग-अलग अस्पताल में उपचाररत है, कुछ खरगोन के ही निजी अस्पतालों में भर्ती है। जिला अस्पताल में 26 उपचाररत थे, जिनमें 8 की हालत में सुधार होने पर उन्हें छुट्टी दे दी है।- डॉ. डीएस चौहान, सीएमएचओ खरगोन।

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