पेशावर। पाकिस्तान के पूर्व वजीर-ए-आजम और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष इमरान खान ने इशारों-इशारों में अदालतों और फौज को धमकी दी है। सरकार गिरने के बाद पहली बार वो अवाम से मुखातिब हुए।
पेशावर की रैली में कहा- अविश्वास प्रस्ताव पारित होने से कुछ देर पहले आधी रात को सुप्रीम कोर्ट के दरवाजे क्यों खोले गए। जब मेरी सरकार थी तब मैं खतरनाक नहीं था, लेकिन अब मैं बहुत खतरनाक हो जाऊंगा। दरअसल, 9 अप्रैल को अविश्वास प्रस्ताव पारित होने से पहले आधी रात को सुप्रीम कोर्ट के दरवाजे खोल दिए गए थे। अपने फैसले में रउ ने 9 अप्रैल को हर हाल में प्रस्ताव पर वोटिंग कराने का आदेश दिया था।
मैंने आज तक कोई कानून नहीं तोड़ा
खान ने कहा कि ये देश मुझे 45 साल से जानता है। मैंने आज तक कोई कानून नहीं तोड़ा। क्रिकेट खेलता था, तब भी मुझ पर कभी मैच फिक्सिंग के आरोप नहीं लगे। फिर मैंने ऐसा क्या किया कि आधी रात को कोर्ट के दरवाजे खोलने पड़ गए। इमरान ने एक बार फिर सरकार गिरने के पीछे विदेशी साजिश होने का दावा किया। कहा- जिन लोगों ने ये साजिश की थी वो बेहद खुश होंगे। जब मैं सरकार में था तब खतरनाक नहीं था, लेकिन अब मैं बेहद खतरनाक हो जाऊंगा।
भ्रष्टाचारी प्रधानमंत्री को नहीं अपनाएगी अवाम
इमरान ने कहा- 1970 में तब के प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो को विदेशी ताकतों की मदद से हटा दिया गया था, लेकिन ये पुराना पाकिस्तान नहीं है। उन्होंने कहा- नए पाकिस्तान की जनता एक इम्पोर्टेड सरकार को कभी नहीं अपनाएगी। शहबाज शरीफ के खिलाफ करीब 40,000 करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार के मामले दर्ज हैं। हमारी अवाम ऐसे शख्स को मुल्क के पीएम के तौर पर स्वीकार नहीं करेगी। पाक में अब तक जब भी कोई प्रधानमंत्री हटाया गया है तो अवाम ने इसका जश्न मनाया है, लेकिन जब उन्हें हटाया गया तो पूरे मुल्क में इसका विरोध हुआ।