नई दिल्ली। चंडीगढ़ में निजीकरण के विरोध में हो रहे हड़ताल की वजह से शहर में इमरजेंसी जैसे हालात हो गए हैं। शहर में पानी सप्लाई ठप है, बिजली सप्लाई में खराबी आने की वजह से सड़कों पर अंधेरा पसरा हुआ है। कर्मचारी हड़ताल कर रहे हैं। स्थिति ये हो गई है कि हालात से निपटने के लिए चंडीगढ़ प्रशासन को सेना बुलानी पड़ गई।
सोमवार रात से ही यही स्थिति बनी हुई है। लोगों के घरों का इनवर्टर डिस्चार्ज हो चुका है।
हालात को देखते हुए पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने मामले को संज्ञान में लिया है। कोर्ट ने बिजली विभाग के चीफ इंजीनियर को पेश होने के लिए बुलाया है।
अगर कोर्ट में आज मामला नहीं सुलझा तो गुरुवार तक शहर में बिजली नहीं आएगी। दूसरी ओर से चंडीगढ़ प्रशासक गवर्नर बीएल पुरोहित के एडवाइजर ने हड़ताल पर बैठे यूनियन के नेताओं के साथ बैठक की है। मांग को लेकर दोनों पक्षों में बातचीत चल रही है। संकेत मिले है कि मामला सुलझ सकता है। अगर आज मामला सुलझ गया तो रात तक स्थिति नॉर्मल होजाएगी।