तकनीकी शिक्षा विभाग ने निर्देश जारी किए, पीपीटी नहीं होगी
प्रदेश भर के शासकीय और अशासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेजों में संचालित डिप्लोमा इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में सत्र 2023-24 में भी प्री-पॉलीटेक्निक टेस्ट (पीपीटी) के स्थान पर 10वीं के अंकों के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा। तकनीकी शिक्षा विभाग ने इसे लेकर निर्देश जारी कर दिए हैं।
ज्ञात हो कि कर्मचारी चयन बोर्ड हर साल पीपीटी करवाता था, लेकिन कोविड संक्रमण के बाद से ही पीपीटी की परीक्षा नहीं हुई है। गौरतलब है कि ग्वालियर चंबल संभाग में 11 सरकारी पॉलीटेक्निक कॉलेज हैं, जिनमें 1880 सीट और 6 प्राइवेट कॉलेजों में 1440 सीट हैं।
छात्र तकनीकी शिक्षा ने तकनीकी कोर्स संचालित करने वाले कॉलेजों से सत्र 23-24 की ऑनलाइन काउंसलिंग में शामिल होने के लिए सहमति के साथ-साथ एआईसीटीई, पीसीआई, सीआऐ से कोर्सों की निरंतरता, शिक्षण शुल्क का निर्धारण और विवि से संबद्धता की ऑनलाइन काउंसलिंग में प्राइवेट के बजाए सरकारी कॉलेजों में एडमिशन लेना ज्यादा पसंद करते हैं। इसके पीछे मुख्य वजह फीस कम होना है।
पिछले सालों के प्रवेश का रिकॉर्ड देखें तो प्राइवेट कॉलेजों में हर साल कई ब्रांचों में सीटें खाली रह जाती हैं। काउंसलिंग में शामिल होने कॉलेजों से मांगी सहमति जानकारी 14 जून तक देने के निर्देश दिए हैं।
विभाग से मिले निर्देश
पॉलीटेक्निक कॉलेजों में संचालित कोसों में इस साल भी 10वीं के आधार पर प्रवेश होंगे। तकनीकी शिक्षा ने इसे लेकर निर्देश जारी कर दिए हैं।
पॉलिटेक्निक कोर्स की एडमिशन प्रोसेस
पॉलिटेक्निक कोर्स में राज्यों के अनुसार दो माध्यम से एडमिशन प्राप्त होता है, पहला मेरिट के आधार पर और दूसरा एंट्रेंस टेस्ट के माध्यम से जिसके लिए पूरी जानकारी निम्नवत है –
- मेरिट के आधार पर प्रवेश – इस प्रक्रिया में किसी तरह की प्रवेश परीक्षा नहीं ली जाएगी। उम्मीदवारों का चयन उनकी 10 वीं और 12 वीं परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर होता है। प्रत्येक राज्य के अनुसार प्रवेश प्रक्रिया और आवेदन शुल्क अलग निर्धारित है। मेरिट के अनुसार प्रवेश के लिए उम्मीदवारों को राज्य की आधिकारिक वेबसाइट पर आवेदन की प्रक्रिया पूरी करनी होती है। फॉर्म में सभी जानकारी भरकर आवेदन शुल्क देना होता है। संस्थान मेरिट के आधार पर उम्मीदवारों की लिस्ट तैयार करता है और निर्धारित सीटों पर एडमिशन के लिए छात्रों को काउंसलिंग में बुलाया जाता है।
- एंट्रेंस टेस्ट के आधार पर – एंट्रेंस प्रवेश परीक्षा के आधार पर देश के कई राज्यों में उम्मीदवारों को चुना जाता है। जिसमे उम्मीदवारों को एडमिशन का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना होगा। एंट्रेंस परीक्षा के लिए उम्मीदवार ऑनलाइन आवेदन के बाद एडमिट कार्ड डाउनलोड करके इसका प्रिंटआउट निकालकर ऑफलाइन परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। जिसके बाद परीक्षा में उत्तीर्ण छात्रों को एडमिशन के लिए काउंसलिंग में बुलाया जाता है जहाँ उनके डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के बाद उन्हें एडमिशन दिया जाता है।
पॉलिटेक्निक कोर्स में जरुरी दस्तावेज
पॉलिटेक्निक कोर्स के लिए आवेदन में निम्न प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करने होंगे –
- स्थाई निवास प्रमाण पत्र
- स्कूल का ट्रांसफर सर्टिफिकेट (टीसी)
- चरित्र प्रमाण पत्र
- प्रवास प्रमाण पत्र
- 10वीं और 12वीं की मार्कशीट
- जाति प्रमाण पत्र (आरक्षित वर्ग के लिए)
- दी गई परीक्षा का स्कोर बोर्ड
- प्रवेश परीक्षा का एडमिट कार्ड
10वीं के बाद पॉलिटेक्निक डिप्लोमा कोर्सेज की लिस्ट
जो अभियार्थी 10वीं के बाद पॉलिटेक्निक डिप्लोमा कोर्स करना चाहते हैं उनके लिए डिप्लोमा कोर्सेज की सूची निम्नानुसार है –
- कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग
- मैकेनिकल इंजीनियरिंग
- जन संचार
- प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी
- सिविल इंजीनियरिंग
- इंस्ट्रूमेंटेशन और नियंत्रण
- आर्किटेक्चरल असिस्टेंटशिप
- इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
- वैमानिकी
- विमान रखरखाव
- ग्लास और सिरेमिक इंजीनियरिंग
- ग्रह विज्ञान
- डेयरी इंजीनियरिंग
- सूचना प्रौद्योगिकी
- रासायनिक अभियांत्रिकी
- कृषि अभियांत्रिकी
- कपड़ा डिजाइन
- फैशन डिजाइनिंग और गारमेंट टेक्नोलॉजी
- सागर प्रबंधन
- चंदा प्रौद्योगिकी
- आंतरिक सजावट और डिजाइन
- पेंट टेक्नोलॉजी
- होटल प्रबंधन और खानपान सेवा
- कपड़ा रसायन
- पुस्तकालय और सूचना विज्ञान
- आधुनिक कार्यालय प्रबंधन और सचिवीय अभ्यास
- वाणिज्यिक अभ्यास
- प्लास्टिक और मोल्ड प्रौद्योगिकी