महाकुंभ 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आस्था की नगरी में दिखेगा गौरव
इलाहाबाद. उत्तर प्रदेश में भारतीय संस्कृति और आस्था के महापर्व महाकुंभ 2025 की तैयारियां चारों ओर दिख रही हैं। शुक्रवार को गंगा नदी के किनारे स्थित लोकप्रिय किन्नर अखाड़े महाकुंभ के लिए भूमि पूजन किया, जिससे साफ हो गया कि इस बार के कुंभ का तत्परता से आयोजन किया जा रहा है। किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर कौशल्या नंद गिरी ने कहा कि किन्नर अखाड़े की ओर से इस बार कुंभ का आयोजन एक नई धारा लेकर किया जा रहा है - प्लास्टिक-मुक्त कुंभ हम इस संकल्प के साथ काम कर रहे हैं कि भारत को स्वच्छता का प्रतीक बनाने में मदद मिले। महामंडलेश्वर आनंद गिरी ने बताया कि किन्नर अखाड़े को इस बार सबसे महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है, जिससे हमारा कुंभ प्रयागराज में और भी दिव्य और भव्य बनेगा। इस बार कि साज़ी-सजावट और समारोहों की प्रक्रिया बनाए रखने के लिए हम पत्तल का उपयोग करेंगे, जिससे पर्यावरण का भी ध्यान रखा जा सके। किन्नर अखाड़े में विदेशी और देशी किन्नरों के साथ-साथ ट्रांसजेंडर, और अन्य एलजीबीटी व्यक्ति भी इस बार किन्नर अखाड़े के पवित्र क्षेत्र में शामिल होंगे। जिससे इस क्षेत्र को एक नया पहलू मिलेगा। किन्नर अखाड़े के संतों ने उठाई पत्तल से प्लास्टिक-मुक्त कुंभ की मुहिम, जिससे दिखा समाज में जागरूकता और हमारे पर्यावरण के संरक्षण की दिशा में भारी महत्व दिया गया है। 13 जनवरी से प्रारंभ होने वाले कुंभ के संगीत, कार्यक्रम और पूजन की पूरी तैयारी भी चर्चित है। किन्नर अखाड़े ने जोरदार तैयारियों के साथ निरंतर भव्यता की दिशा में कदम बढ़ाते हुए दिखाया कि महाकुंभ 2025 उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक अविस्मरणीय अनुभव होने वाला है।