महू जेल के चर्चित जीतू ठाकुर हत्याकांड के आरोपी युवराज उस्ताद को कोर्ट ने बरी कर दिया। इस मामले में कोर्ट ने अशोक और विक्की उर्फ विनोद को कोर्ट ने सजा सुनाई है। युवराज उस्ताद के एडवोकेट अविनाश सिरपुरकर ने युवराज को बरी किए जाने की पुष्टि की। सिरपुरकर ने कहा कि कोर्ट का विस्तृत फैसले का इंतजार है।
गौरतलब है कि 23 जनवरी 2007 को जीतू ठाकुर की महू की उपजेल में हत्या हो गई थी। कुछ लोग उससे मुलाकात करने के नाम पर भीतर घुसे और उसे गोली मार दी। आरोप था कि आरोपित युवराज उस्ताद भेष बदलकर जेल में घुसा और गोली मारकर जीतू को मौत के घाट उतार दिया। आरोप लगाया गया था कि युवराज ने पिता विष्णु उस्ताद की हत्या का बदला जीतू को मारकर लिया था। हत्याकांड के कई दिन बाद तक युवराज फरार रहा। बाद में उसने मिल क्षेत्र की एक बस्ती में सरेंडर कर दिया था। युवराज की तरफ से वरिष्ठ अधिवक्ता अविनाश सिरपुरकर पैरवी कर रहे थे जबकि अभियोजन का पक्ष एजीपी गजराजसिंह सोलंकी ने रखा।