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आवास योजना के 32 लाख रुपए फर्जी तरीके से निकालने वालों पर कब होगी कार्रवाई

awas yojna

जावर. प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम लगातार ठगी के मामले सामने आते रहते है। गरीब लोगों के लिए बनाई गई इस योजना के रुपयों से अधिकारी अपने घर भरने में लगे रहते हैं। जावर नगर परिषद में प्रधानमंत्री आवास योजना के लगभग 32 लाख रुपए जो कि गरीब आम जनता के लिए आवास हितग्राहियों के खाते में डालना थे, परंतु नगर परिषद जावर के जिम्मेदार कर्मचारियों ने  उन रुपयों का दुरुपयोग करते हुए फर्जी तरीके से उन रुपयों को अन्य कार्यों में खर्च कर दिया।

भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारियों पर एफआईआर कर निलंबित किया जाए

नगर परिषद जावर के पूर्व अध्यक्ष शैलेश कुमार वैद्य ने बताया कि आम जनता एवं गरीबों के आवास के पैसे लगभग 32 लाख रुपए खर्च कर दिए गए, जबकि आम जनता ने कड़ाके की ठंड को झेला, भीषण गर्मी को झेला लेकिन बरसात निकालना आम जनता के लिए मुश्किल है। मानवता को तार-तार करते हुए उक्त कर्मचारी अधिकारियों द्वारा प्रधानमंत्री आवास की राशि का दुरुपयोग किया गया जो कि एक तरह का अपराध है। हम वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों से निवेदन करते हैं कि भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारी कर्मचारियों पर एफआईआर कर के निलंबित किया जाए एवं लोकायुक्त के माध्यम से राशि वसूली जाए। हितग्राहियों को बरसात से पहले आवास की किस्त अविलंब देने का कष्ट करें जिससे उन्हें बरसात में होने वाली परेशानी से बचने में सहायता मिल सके। भ्रष्टाचार के इस गंभीर मामले में तत्काल कार्यवाही करते हुए दोषियों को सजा दिलाए। बुरहानपुर से मृदुभाषी के लिए गौरव शुक्ला की रिपोर्ट

शैलेश कुमार वैद्य, पूर्व अध्यक्ष, नगर परिषद जावर