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पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक ने रेलवे मुख्य अस्पताल, दाहोद में पीएसए ऑक्सीजन प्लांट का किया उद्घाटन

पश्चिम रेलवे हमेशा अत्याधुनिक तकनीकों को अपनाने, उपचार की नवीनतम चिकित्सा प्रक्रियाओं और रोगियों के इलाज के लिए एक मजबूत बुनियादी ढाँचा बनाने में सबसे आगे रही है।

नए COVID-19, वैरिएंट ऑफ कंसर्न (VoC) – ओमीक्रोन की हालिया स्थिति के मद्देनजर पश्चिम रेलवे के रेलवे अस्पतालों में कोविड प्रभावित मरीजों के सर्वोत्तम संभव उपचार और देखभाल के लिए उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय दृष्टिकोण के साथ ठोस कदम उठाना आवश्यक हो गया है। COVID-19 महामारी के खिलाफ इस लड़ाई में पश्चिम रेलवे ने चिकित्सा क्षेत्र में अपने चिकित्सा विभाग को मजबूत और अपने लक्ष्य के लिए प्रतिबद्ध करने के लिए स्वयं के पूर्व प्रयासों को और बेहतर किया है।

इस लक्ष्य को जारी रखते हुए पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक श्री आलोक कंसल ने 9 दिसंबर, 2021 को रेलवे मुख्य अस्पताल, दाहोद में एक पीएसए ऑक्सीजन प्लांट का उद्घाटन किया। यह पश्चिम रेलवे द्वारा शुरू किया गया 8वां पीएसए ऑक्सीजन प्लांट है। पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक श्री आलोक कंसल के दूरदर्शी नेतृत्व, निरंतर मॉनीटरिंग और सक्षम मार्गदर्शन के तहत इस संयंत्र को स्थापित एवं चालू किया गया है।

पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी श्री सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, 180 एलपीएम की क्षमता वाला यह पीएसए ऑक्सीजन प्लांट रेलवे मुख्य अस्पताल, दाहोद के इनडोर रोगियों को ऑक्सीजन की निरंतर आपूर्ति करेगा। इस अस्पताल में कुल 105 बिस्तर हैं और नया कमीशन किया गया पीएसए संयंत्र 41 बिस्तरों को ऑक्सीजन की आपूर्ति करने में सक्षम होगा। यह प्रेशर स्विंग एबजाॅर्पशन (PSA) ऑक्सीजन प्लांट आपातकालीन स्थितियों के दौरान ऑक्सीजन की कमी को रोकने में मददगार होगा। यह पीएसए संयंत्र लगभग 40 लाख रुपये की लागत से स्थापित किया गया है। । पश्चिम रेलवे ने जगजीवन राम अस्पताल, साबरमती, राजकोट, भावनगर, वडोदरा और रतलाम में मंडल रेलवे अस्पतालों में भी ऐसे पीएसए ऑक्सीजन प्लांट चालू किए हैं। इन निरंतर प्रयासों के साथ पश्चिम रेलवे माननीय प्रधान मंत्री के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के विजन को प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। COVID-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में ये ऑक्सीजन संयंत्र संकट के दौरान चिकित्सा ऑक्सीजन की आत्मनिर्भरता और इसकी निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करेंगे जिससे जरूरतमंद रोगियों को राहत मिलेगी।

इस अवसर पर बोलते हुए श्री कंसल ने कहा कि इस पीएसए ऑक्सीजन संयंत्र के चालू होने से पश्चिम रेलवे को ऑक्सीजन सिलेंडरों पर निर्भरता से मुक्त करने में काफी मदद मिलेगी और यह आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करेगा। उन्होंने कहा कि इस प्लांट को चलाने और ऑक्सीजन सपोर्ट सिस्टम को संभालने एवं रखरखाव के लिए डॉक्टरों और पैरामेडिक्स को पर्याप्त प्रशिक्षण मिलना चाहिए। महाप्रबंधक ने कर्मचारियों के लिए निवारक चिकित्सा स्वास्थ्य देखभाल के प्रति पूर्व नियोजित दृष्टिकोण अपनाने पर जोर दिया। उन्होंने आगे इस बात पर भी जोर दिया कि कर्मचारियों को प्रदान की जा रही स्वास्थ्य सुविधा सबसे अच्छी होनी चाहिए। उन्होंने  इस संबंध में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहने पर बल दिया । महाप्रबंधक ने सभी को हर समय कोविड उपयुक्त व्यवहार (सीएबी) का पालन करने का आह्वान किया। साथ ही कहा कि कर्मचारियों और उनके परिवारों के सदस्यों का टीकाकरण सुनिश्चित किया जाना चाहिए क्योंकि जैसा कि विदित है कि टीकाकरण वाले व्यक्तियों में गंभीरता की घटनाएं कम होती हैं।

बैठक में अपर महाप्रबंधक, प्रधान मुख्य चिकित्सा निदेशक और पश्चिम रेलवे के विभागों के अन्य प्रमुख मुख्य विभागाध्यक्ष उपस्थित थे, जबकि रतलाम के मंडल रेल प्रबंधक, मुख्य कारखाना प्रबंधक – दाहोद और मुख्य चिकित्सा अधीक्षक – दाहोद और उनकी टीम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस कार्यक्रम में शामिल हुई।

अर्चित अरविन्द डांगी { मध्यप्रदेश, रतलाम }

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