इंदौर। मध्य प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में लगातार शीतलहर का प्रकोप जारी है। इंदौर और उसके आसपास के इलाकों में पिछले एक सप्ताह से लगातार कड़ाके की ठंड पड़ रही है। सोमवार को तापमान में थोड़ सुधार हुआ है। पिछले 15 सालों में ऐसा दूसरी बार हुआ है, जब चार दिन सीवियर कोल्ड डे और तीन दिन कोल्ड डे रहा है।
लगातार पांच दिन कोल्ड डे
रविवार को भी दिन का तापमान सामान्य से 4 डिग्री कम 22.6 डिग्री और वहीं न्यूनतम तापमान सामान्य से 1 डिग्री कम 9.2 डिग्री सेल्सियस रहा। चूंकि दिन का तापमान सामान्य से 5 डिग्री कम नहीं था इसलिए यह कोल्ड डे के करीब जरूर रहा। रविवार को तेज धूप के दर्शन हुए उसके बाद एक बार फिर ठंड बढ़ने लगी। इसके पहले 2007 में जनवरी में रात का तापमान 5 डिग्री दर्ज किया गया था। इस साल 25 जनवरी से ठंड में तेजी दिखाई देने लगी थी। जिसका असर अभी तक दिखाई दे रहा है। इस दौरान लगातार पांच दिन कोल्ड डे रहा। इससे पहले 2019 में 25 दिसंबर से 31 दिसंबर तक सीवियर और कोल्ड डे रहे थे। उस वक्त पारा गिरकर 5.6 पर चला गया था।
फिर आएगी शीतलहर
पिछले 10 सालों में जनवरी के तापमान पर गौर करें तो 2012 और 2013 में 21 जनवरी के दिन ही क्रमश: रात का तापमान 5.4, 5.8 डिग्री तक गिर गया था। ठंड को लेकर मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 21 जनवरी के बाद ठंड का एक दौर और आएगा। फिलहाल चार-पांच रात ठंड का प्रकोप जारी रहेगा। महीने के अंत में कड़ाके की ठंड के आसार हैं। तापमान में गिरावट के साथ शातलहर का प्रकोप एक बार फिर महसूस होगा।