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Variant BA-2: देश में ओमिक्रॉन सब वैरिएंट BA-2 का पहला मामला इंदौर में मिला

Omicron BA-2: देश में कोरोना के प्रकोप और ओमिक्रॉन की दस्तक के बीच इंदौर में ओमिक्रॉन के सब वैरिएंट BA-2 का पहला मामला मिला है। अब तक इससे 16 लोग संक्रमित हो चुके हैं इनमें 6 बच्चे भी शामिल हैं। यह वैरिएंट टेस्ट किट की पकड़ में भी नहीं आता है इसलिए इसको ‘स्टेल्थ’ यानी छिपा हुआ वर्जन कहा जा रहा है।

भारत के अलावा ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और डेनमार्क में भी इस नए वैरिएंट के मामले सामने आ चुके हैं। ओमिक्रॉन की तरह ही यह वैरिएंट काफी तेजी से फैलता है। ब्रिटेन में पहली बार 6 दिसंबर 2021 को BA-2 के मामले का पता चला था। वहां इसके 426 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। अभी तक BA-2 कितना घातक है इसका खुलासा नहीं हो पाया है।

मप्र में कोरोना के केस ज्यादा, घट रहा रिकवरी रेट

मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस की तीसरी लहर दूसरी से ज्यादा संक्रामक होती दिखाई दे रही है। डराने वाली बात यह है कि प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, जबकि रिकवरी रेट घट रहा है। रिकवरी रेट 7 प्रतिशत तक घट गया है। संक्रमण से होने वाली मौतों के आंकड़े भी बढ़ते दिखाई दे रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, साल 2021 के अंतिम महीनों में 15 से ज्यादा मरीजों की संक्रमण से मौत हुई थी। जबकि, इस साल जनवरी में 23 से ज्यादा संक्रमित लोगों की मौतें हो चुकीं हैं।

180 दिनों में 12500 से ज्यादा मरीज

विशेषज्ञों का कहना है कि अगर लोग नहीं माने तो इसका असर ज्यादा समय तक देखेने को मिल सकता है। कोरोना की तीसरी लहर फरवरी महीने से लेकर मार्च के अंत तक देखी जा सकती है। कोरोना की दूसरी लहर जब गुजरी थी तब साल के आखिरी में करीब-करीब 180 दिनों में 12500 से ज्यादा मरीज मिले थे। जबकि, तीसरी लहर में सिर्फ 21 दिनों में ही 77 हजारा से ज्यादा मरीज मिले। यह आंकड़ा साल 2021 के मुकाबले साढ़े पांच गुना ज्यादा है। तीसरी लहर में प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या रोजाना ही 11000 से ज्यादा आ रही है। प्रदेश के छोटे जिलों में भी केस बढ़ गए हैं। ऐसा कोई जिला नहीं है, जहां डबल डिजिट में केस न हो। कोरोना की ऐसी रफ्तार दूसरी लहर के दौरान देखने को मिली थी। तब अधिकतम रोजाना केस 13 हजार के लगभग मिले थे। अभी जिस स्पीड से कोरोना केस बढ़ रहे हैं, इससे आशंका है कि एक-दो दिन में ही दैनिक आंकड़ा 13 हजार पार हो जाएगा।

उधर बदलते मौसम की वजह से अधिकतर लोगों को खांसी,जुकाम, फ्लू और मौसमी एलर्जी का भी सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि उन्हें सामान्य सर्दी-जुकाम हुआ या फिर ये कोरोना वायरस का संक्रमण है।

प्रदेश में 1,118 मरीज भर्ती

मप्र में एक्टिव केस की संख्या 67136 से आगे पहुंच गई है। 5497 मरीज ठीक हुए है। प्रदेश में 1118 संक्रमित/संदिग्ध मरीज अस्पताल में भर्ती हैं। 142 ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं।

इदौर में 26 हजार से ज्यादा एक्टिव केस

संक्रमण की दर 27.09 फीसदी पर पहुंच गई है। एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 26 हजार से ज्यादा हो गई है। 98 प्रतिशत से ज्यादा मरीज होम आइसोलेशन में ही इलाज करा रहे हैं। सभी की स्थिति सामान्य है।

भोपाल में 11 हजार 723 एक्टिव केस

कोरोना की तीसरी लहर में भोपाल में शनिवार को नए संक्रमित मरीज 1910 मिले हैं जिन्हें मिलाकर अब 11 हजार 723 एक्टिव संक्रमित मरीज हो गए हैं। इनके अलावा जबलपुर में शनिवार को 870 नए संक्रमित मरीज मिले हैं तो ग्वालियर में 488 कोरोना के नए मरीज की पहचान हुई है। सागर में यह संख्या 198 रही है तो गुना जैसे शहर में भी 73 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं।

मान नहीं रहे लोग

स्वास्थ्य विभाग इंदौर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी बीएस सैत्या के अनुसार, हमारे द्वारा लगातार अपील की जब रही है कि लोग सावधानी बरतें। भरे बाजारों में न जाएं और मास्क जरूर लगाएं, लेकिन ऐसा शहर में दिखाई नहीं दे रहा है। बिना मास्क के लोग घरों से निकल रहे हैं। बाजारों में भीड़ भी लग रही है। शायद यही कारण है कि शहर में संक्रमण दर बढ़ रहा है।

अधिकतर मरीज ए सिंटोमेटिक

हर दिन संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है, जिसके लिए सैम्पलिंग संख्या भी बढ़ा दी गई है। अधिकतर मरीज ए सिंटोमेटिक हैं, लेकिन आमजन को सावधानी बरतने की बहुत जरूरत है। -बीएस सैत्या, सीएमएचओ, इंदौर

  • 23 से ज्यादा संक्रमित लोगों की मौत जनवरी 2022 में
  • 15 से ज्यादा मरीजों मौत हुई थी 2021 के अंतिम महीनों में
  • 5.5 गुना से ज्यादा संक्रमित 2021 के मुकाबले
  • 98 प्रतिशत से ज्यादा मरीज इंदौर में होम आइसोलेशन में
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