इंदौर। इंदौर की पांच महिला मैकेनिकों ने गैरेज खोल आत्मनिर्भर बनने की दिशा में जो संदेश दिया है, उससे उनकी पहचान राष्ट्रीय स्तर पर हुई है। इन महिलाओं को नई दिल्ली में 23 नवंबर को गर्ल काउंट नेटवर्क द्वारा आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने सम्मानित किया। पांचों महिलाओं को समान सोसायटी ने ट्रेंड किया था।
छह राज्यों की महिला उद्यमी हुई शामिल
सम्मेलन में मध्य प्रदेश सहित देश के छह राज्यों गुजरात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल एवं झारखंड की महिला उद्यमी शामिल हुई थी। इसमें केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने इंदौर की पांच महिला मैकेनिकों सरोज रावत, शिवानी विश्वकर्मा, दुर्गा मीणा, सपना जाधव और भगवती वर्मा को सम्मानित करते हुए कहा कि उनकी यह पहल देश में नया बदलाव लाएगी। गैर परंपरागत व्यवसायों से जुड़ी महिला उद्यमियों के इस सम्मेलन में इंदौर की महिला मैकेनिकों का काम अत्यंत सराहनीय माना गया।
मंत्री रामदास आठवले ने किया सम्मानित
देश में पहली बार इंदौर की महिलाओं ने मैकेनिक के रूप में अपनी पहचान कायम की। वैसे देश का पहला महिला मैकेनिक गैरेज शुरू करने का श्रेय भी इंदौर का जाता है। इस अवसर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री रामदास आठवले ने कहा कि महिलाएं उद्यमी के रूप में उभरकर अपने परिवार की आर्थिक तरक्की में महत्वपूर्ण योगदान प्रदान कर रही हैं। उनमें व्यवसाय की वे सभी क्षमताएं हैं जो पुरुषों में होती हैं। ये महिलाएं पूरे देश की महिलाओं को रोशनी दिखाएंगी, जिससे अन्य महिलाएं भी उद्यमी के रूप में सामने आ पाएंगी।
देश में अनोखे गैराज
उन्होंने प्रधानमंत्री कौशल विकास कार्यक्रम का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत सरकार के इस कार्यक्रम के जरिए कई महिलाओं को कौशल और व्यवसाय के क्षेत्र में आगे आने का अवसर मिला है। इन्दौर की इन महिला मैकेनिकों द्वारा इन्दौर में टू व्हीलर गैरेज संचालित किए जाते हैं। महिला मैकेनिक द्वारा संचालित इस तरह के गैरेज फिलहाल देश में कहीं नहीं हैं। इस अवसर पर समान सोसायटी के डायरेक्टर राजेन्द्र बंधु भी उपस्थित थे।