तुर्की और सीरीया में आए विनाशकारी भूकंप ने पूरी दुनिया को झकझोंर दिया है। इस बीच हर रोज दिल को दहला देने वाले वीडियो और तस्वीरें सामने आ रही है जिसमें मलबे में घंटों फंसे मासूम बच्चे जिंदगी की जंग लड़ रहे है।
बक हाल ही में सोशल मीडिया पर एक भाई-बहन की तस्वीर सामने आई थी जिसमें एक बच्ची 15 घंटे से भी ज्यादा मलबे में फंसी रही और इस दौरान हिम्मत दिखाते हुए अपने भाई की भी रक्षा की। इस तस्वीर को जिसने भी देखा हर कोई भावुक हो गया।
तुर्किये और सीरिया में भूकंप के कहर से मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। द एसोसिएटेड प्रेस के अनुसार, तुर्की और सीरिया में शक्तिशाली भूकंपों के कारण अब तक 15,000 से अधिक लोग मारे गए हैं। व्यापक तबाही के बीच मरने वालों की संख्या में वृद्धि जारी है। करीब 50 हजार से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। बड़ी तादात में लोग अभी भी मलबे के नीचे फंसे हुए हैं।
इस बीच, तुर्किये में एक बार फिर से भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। यूनाइटेड स्टेट जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के अनुसार, तुर्किये के नूरदगी शहर में ये भूकंप महसूस हुआ है। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.3 मापी गई है।
वहीं, भूकंप से आई तबाही के बाद मलबे के नीचे लोगों के जिंदा होने की अभी भी आशंका है। इसको देखते हुए राहत-बचाव का काम भी काफी संभलकर चल रहा है। जो जिंदा हैं, वो मलबों के ढेर में अपनों को तलाश रहे हैं। दिनरात मलबे की खुदाई चल रही है। लोग हाथों से भी मलबा साफ कर रहे हैं। कई जगहों पर रेस्क्यू करने वालों की कमी पड़ गई है। आलम ये है कि मलबे के अंदर से जिंदा लोग चीख रहे हैं, लेकिन उनकी मदद करने वाला कोई नहीं है।
आंकड़ों के अनुसार, तुर्किये और सीरिया में मलबे के नीचे फंसे लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू के काम में करीब एक लाख से ज्यादा लोग जुटे हुए हैं। इसमें अलग-अलग देशों की ट्रेंड टीमें भी शामिल हैं। भारत सरकार ने भी रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ की टीम भेजी है। इसी तरह अमेरिका, चीन समेत कई देशों से दोनों देशों को मदद पहुंचाई जा रही है। हालांकि, इसके बावजूद रेस्क्यू टीम कम पड़ गई है। हालात इतने बुरे हैं कि मलबे के अंदर से जिंदा लोग चीख रहे हैं और उन्हें सुनने वाला कोई नहीं है।