नई दिल्ली। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के नए पोर्टल में जारी तकनीकी कमियों के बीच सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और देश की प्रमुख सॉफ्टवेयर सर्विस कंपनी इंफोसिस के एमडी और सीईओ सलिल पारेख की बीच मुलाकात हुई। वित्त मंत्री ने नाराजगी जताते हुए पारेख के साथ मुलाकात के दौरान यह मुद्दा उठाया कि करीब ढाई महीने बीत जाने के बाद भी पोर्टल सुचारू तरीके से काम क्यों नहीं कर रहा है।
मनीकंट्रोल के मुताबिक, वित्त मंत्री ने इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के नए ई-फाइलिंग पोर्टल में गड़बड़ियों को ठीक करने के लिए इंफोसिस को 15 सितंबर तक का समय दिया है। बता दें कि इंफोसिस ने ही इस पोर्टल को तैयार किया है। समझा जाता है कि पारेख और उनकी टीम ने इस मुद्दे को हल करने की रूपरेखा सौंपी है। इससे पहले रविवार को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने कहा था कि वित्त मंत्री ने पारेख को तलब किया है और उनसे समस्याओं पर चीजें स्पष्ट करने को कहा गया है। यह दूसरा मौका है। वित्त मंत्री ने पोर्टल के मुद्दे पर इंफोसिस की टीम से चर्चा की है। इससे पहले 22 जून को उन्होंने इंफोसिस के सीओओ प्रवीन राव से इस मुद्दे पर बातचीत की थी। गौरतलब है कि इंफोसिस को 2019 में अगली पीढ़ी की इनकम टैक्स दाखिल करने की प्रणाली विकसित करने का ठेका दिया गया था। इसके पीछे उद्देश्य रिटर्न के जांच के समय को 63 दिन से घटाकर एक दिन करना और रिफंड की प्रक्रिया को तेज करना था ।
7 जून को शुरू हुआ था नया पोर्टल
डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.इनकमटैक्स.जीओवी.इन (www.incometax.gov.in) की शुरुआत की गई थी। शुरुआत से ही पोर्टल पर तकनीकी दिक्कतें आ रही हैं। इसी के चलते वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 22 जून को इंफोसिस के अधिकारियों के साथ बैठक की थी। इंफोसिस ने ही इस नई वेबसाइट को तैयार किया है।