Lal Bahadur Shastri की आज पुण्यतिथि है। 11 जनवरी 1966 को ताशकन्द में उनका निधन हो गया था। निधन से पहले अठारह महीने तक वो भारत के प्रधानमन्त्री रहे थे। साल 1952, 1957 व 1962 के चुनावों में कांग्रेस पार्टी को भारी बहुमत से जिताने में उनका प्रमुख योगदान रहा था। पंडित नेहरु के निधन के बाद वो भारत के प्रधानमंत्री बने थे।
निवास में CM ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया नमन
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने निवास में पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री की पुण्यतिथि पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि शास्त्री जी के महान विचार और राष्ट्र के विकास हेतु किये गए उनके कार्य हमें सदैव प्रेरित करते रहेंगे।
सीएम ने नमन करते हुए कही ये बात
CM शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, देशभक्ति, ईमानदारी और सादगी की प्रतिमूर्ति, स्वाधीनता संग्राम सेनानी भारत रत्न से अलंकृत पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री जी की पुण्यतिथि पर उन्हें सादर नमन, जय जवान-जय किसान का नारा देकर देश को नई दिशा देने वाले शास्त्री जी के विचार सदैव हमारा मार्ग दर्शन करते रहेंगे।
नरोत्तम मिश्रा ने ट्वीट कर कहा- “हम सिर्फ खुद के लिए ही नहीं बल्कि पूरे विश्व की शांति, विकास और कल्याण में विश्वास रखते हैं।” – लाल बहादुर शास्त्री ‘जय जवान-जय किसान’ का नारा देने वालेआदरणीय शास्त्री जी का राष्ट्र सेवा में योगदान अमूल्य है। हम-सब आपके समर्पण भाव के सदैव ऋणी रहेंगे।
बताते चलें कि, अपनी साफ सुथरी छवि और सादगी के लिए प्रसिद्ध शास्त्री ने प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के निधन के बाद नौ जून 1964 को प्रधानमंत्री का पदभार ग्रहण किया था। जहां वे करीब 18 महीने तक देश के प्रधानमंत्री रहे। उनके नेतृत्व में भारत ने 1965 की जंग में पाकिस्तान को हराया था। जहां ताशकंद में पाकिस्तान के राष्ट्रपति अयूब खान के साथ युद्ध समाप्त करने के समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद 11 जनवरी 1966 की रात में रहस्यमय परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हुई थी।