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मां की मौत के बाद 4 अनाथ हुए शावकों का रखवाला बना बाघ

पन्ना। अक्सर देखा जाता है। बाघ जंगल में बेताज बादशाह की तरह रहता है और अपने मस्त अंदाज में जंगल में घूमता रहता है। यह भी देखा जाता है कि शावकों को अक्सर वह देखते ही मौत के घाट उतार देता है, लेकिन पन्ना टाइगर रिजर्व में एक अलग ही नजारा देखने को मिला, जहां एक बाघ मां की मौत के बाद अनाथ हो गए बच्चों की परवरिश कर रहा है।

बाघ कर रहा है परवरिश

कभी-कभी जंगल की अजीब घटनाएं लोगों को अचंभित कर देती है। ऐसा ही दिलचस्प नजारा पन्ना टाइगर रिजर्व में देखने को मिला, जहाँ अनाथ हो चुके शावकों की देखभाल एक बाघ कर रहा है। टाइगर रिजर्व में कम उम्र में ही इन चार शावकों की मां की मौत 15 मई को हो गई। इसके बाद ये नन्हे शावक बेसहारा हो गये। विभाग को इन शावकों की सुरक्षा और उनके भविष्य की चिंता सताने लगी, लेकिन जंगल के नियमों के खिलाफ इन शावकों का पिता बाघ पी-243 इनकी न सिर्फ रखवाली करता है, बल्कि उनका पालन-पोषण भी कर रहा है।

सुरक्षा के साथ खाने का भी रख रहा है ख्याल

टाइगर रिजर्व इम शावकों की सुरक्षा और परवरिश को लेकर काफी चिंतित था, क्योंकि मां के बगैर कोई भी जंगली जानवर उनको मार सकता था, लेकिन इस बाघ का व्यवहार काफी चौंकाने वाला रहा। बाघ उसी इलाके में हैं, जहां चारों शावक मौजूद हैं। यह बाघ अपना इलाका छोड़कर कहीं भी नहीं गया। हैरान करने वाली बात यह है कि शावक भी बाघ के साथ सहज रूप से चहल कदमी कर रहे हैं। बाघ न सिर्फ शावकों को सुरक्षा दे रहा है, बल्कि उनके लिए खाने का भी इंतजाम कर रहा है। जबकि आमतौर पर बाघों में इस तरह का व्यवहार देखने को नहीं मिलता है। अब इन शावकों के चिड़ियाघर में भेजने की बजाय जंगल में ही रखने का निर्णय लिया गया है।

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