Coronavirus: देश में कोरोना के मामलों में पिछले कुछ दिनों से कमी देखी जा रही है, लेकिन इसके बाद भी लोगों की समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। कोरोना से निजात पाने वाले लोगों में अब ब्लैक, व्हाइट और येलों फंगस के मामले देखने में आ रहे हैं, लेकिन देश में एक मरीज ऐसा भी था जो ब्लैक, व्हाइट और येलों तीनों तरह फंगस से पीड़ित था और उसने शुक्रवार को दम तोड़ दिया।
टॉक्सेमिया की वजह से हुई मौत
राजधानी दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद शहर से अनोखा मामला सामने आया था, जहां एक मरीज तीनों ब्लैक, वाइट और येलों फंगस से पीड़ित थे। 59 साल के कुंवर सिंह का शहर के राजनगर इलाके में हर्ष अस्पताल में इलाज चल रहा था, लेकिन टॉक्सेमिया (खून के विषाक्त) की वजह से शुक्रवार शाम साढ़े सात बजे उनकी मृत्यु हो गई। इस बात की जानकारी उनका इलाज कर रहे डॉक्टर आंख, नाक, गला (ईएनटी) रोग विशेषज्ञ डॉ बीपी त्यागी ने पीटीआई-भाषा को दी।
एंडोस्कोपी जांच से चला था पता
डॉक्टर त्यागी ने बताया कि कुंवर सिंह शहर के संजय नगर के रहने वाले थे और पेशे से वकील थे। कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद हाल में उन्होंने उपचार के लिए उनसे संपर्क किया था। 24 मई को एंडोस्कोपी जांच में उनके ब्लैक और व्हाइट और येलो फंगस संक्रमण का भी पता चला था। डॉक्टर त्यागी के मुताबिक मुरादनगर के 59 साल के एक अन्य मरीज में भी येलो फंगस संक्रमण की पुष्टी हुई है। राजेश कुमार नाम के मरीज के मस्तिष्क के पास येलो फंगस के संक्रमण का पता चला और उसके बाद उनका आधा जबड़ा ऑपरेशन कर हटा दिया गया।