नई दिल्ली। किसान आंदोलन की आड़ में अलगाववाद की आग फैलाने की साजिश की खबरें काफी समय से आ रही हैं। अब सिख फॉर जस्टिस नाम के संगठन ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें किसानों से संसद का घेराव करने और आज वहां ‘खालिस्तानी’ झंडा फहराने की अपील की है।
खुफिया एजेंसियों हुई अलर्ट
संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो गया है। ऐसे में सिख फॉर जस्टिस ने एक ऑनलाइन वीडियो जारी कर किसानों से संसद पर ‘खालिस्तानी’ झंडा फहराने और घेराव करने की अपील की है। वीडियो जारी होने पर खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया है और दिल्ली पुलिस और अन्य एजेंसियों से सजग और अलर्ट रहने के लिए कहा गया है।
एमएसपी पर अड़े किसान नेता
सरकार ने तीनों कृषि कानून वापस लेने की किसानों की मांग मान ली है, लेकिन किसानों का कहना है कि वह कृषि कानून वापस लेने, एमएसपी को कानूनी गारंटी देने सहित अपनी सभी मांगें पूरी होने तक दिल्ली की सीमाओं से नहीं हटेंगे। 29 नवंबर से शुरू होने वाला शीतकालीन सत्र 23 दिसंबर तक चलेगा। विपक्षी दल किसान आंदोलन को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी कर रही है।
टिकैत ने भाजपा को बताया धोखेबाज
उधर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने मुंबई में कहा कि यदि सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानून नहीं लाती है तो किसान अगले गणतंत्र दिवस पर अपने चार लाख ट्रैक्टरों के साथ विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं। उन्होंने केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार को बेईमान और धोखेबाज बताया और आगामी सभी विधानसभा चुनावों में भाजपा की हार की अपील की है।