Mradhubhashi
Search
Close this search box.

इस अभिनेता ने उड़ाया था इंदिरा गांधी का मजाक

आज भारतीय सिनेमा के एक अनोखे कलाकार और बेहतरीन निर्देशक दादा कोंडके का जन्मदिन है। आईये जानते हैं उनसे जुडी कुछ रोचक बातें।

दादा कोंडके का जन्म और पालन-पोषण मुंबई के लालबाग के पास नायगांव में एक चॉल में कपास-मिल श्रमिकों के परिवार में हुआ था। उनका परिवार मूल रूप से इंगावली गांव का रहने वाला था जो पुणे के निकट भोर राज्य में था। दादा कोंडके का असली नाम कृष्णा कोंडके था। उनका बचपन छोटी मोटी गुंडागर्दी के बीच बीता।

मराठी नाटक ‘विच्छा माझी पूरी करा’ के लिए भी मशहूर हैं।

कोंडके अपने मराठी नाटक ‘विच्छा माझी पूरी करा’ के लिए भी मशहूर हैं। इस नाटक को कांग्रेस विरोधी माना जाता है। क्योंकि इस नाटक में इंदिरा गांधी का मजाक उड़ाया गया था। दादा कोंडके ने इस नाटक के 1100 से ज्यादा स्टेज शो किए थे। 1975 में आई दादा कोंडके की फिल्म ‘पांडू हवलदार’ बेहद चर्चित रही थी। इसमें उन्होंने लीड रोल निभाया। इस फिल्म के बाद से ही हवलदारों को पांडु कहा जाने लगा था। दादा कोंडके को सबसे अधिक सिल्वर जुबली संख्या में फिल्मों के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया था। दादा कोंडके हास्य कलाकार थे और अपनी एक्टिंग में डबल मीनिंग कॉमेडी का इस्तेमाल भी करते थे। यही वजह थी कि वह लोगों के बीच मशहूर होते चले गए।

ये भी पढ़ें...
क्रिकेट लाइव स्कोर
स्टॉक मार्केट