Coronavirus: देश में कोरोना का कहर रुकने का नाम नहीं ले रहा है। रोजाना संक्रमितों का आंकड़ा चार लाख को पार कर रहा है, लेकिन देश का हेल्थ सिस्टम इस लहर को रोकने में पुरजोर कोशिश के बावजूद नाकाम हो रहा है। भारत के भयानक हालत को देखते हुए दुनियाभर के देश मदद के लिए आगे आए हैं और जरूरी उपकरणों से लेकर दूसरी स्वास्थ सामग्री को पहुंचा रहे हैं।
दुनियाभर से बढ़े मदद के हाथ
कोरोना की दूसरी लहर के भयानक होने के साथ ही देश की स्वास्थ सेवाएं चरमरा गई। लोग इलाज के अभाव में दम तोड़ने लगे और अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट छोटे पड़ने लगे। जब कोरोना की भयावह खबरें दुनियाभर में पहुंची तो कई देश भारत की मदद के लिए आगे आए। दिल्ली के अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अब तक ऑक्सीजन और अन्य सामग्रियों से भऱी 25 फ्लाइटें पहुंच चुकी है. नीदरलैंड ने 449 वेंटिलेटर्स, 100 कंसन्ट्रेटर्स और अन्य मेडिकल उपकरण भेजे। अन्य जरूरी सामान जल्द जहाज के जरिए पहुंचेगा।
3 मई तक 14 देशों से पहुंची मदद
स्विट्जरलैंड से 600 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर्स, 50 वेंटिलेटर्स और दूसरे जरूरी सामान पहुंचाए। ब्रिटेन की ओर से ऑक्सीजन सिलेंडर की खेप पहुंचाई गई। अमेरिका ने ऑक्सीजन, ऑक्सीजन सप्लाई, N95 मास्क, टेस्ट किट और दवाइयों की मदद की। स्वास्थ्य मंत्रालय के लव अग्रवाल ने बताया कि भारत को 3 मई तक 14 देशों यूके, मॉरीशस, सिंगापुर, रूस, यूएई, आयरलैंड, रोमानिया, थाईलैंड, अमेरिका, जर्मनी, उजबेकिस्तान, फ्रांस, इटली और बेल्जियम से इमरजेंसी सप्लाई मिल चुकी है।
जरूरी सामानों का खेप पहुंची भारत
भारत को विदेशों से अभी तक 1,676 ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर, 965 वेंटीलेटर, 1,799 ऑक्सीजन सिलेंडर, 2000 ऑक्सीजन सिलेंडर एडेप्टर, 1 ऑक्सीजन जेनरेटिंग प्लांट , 20 ऑक्सीजन थेरेपी डिवाइस, 150 बेडसाइड मॉनिटर, 480 BiPAPs, कवरऑल, गोगल और मास्क, 210 पल्स ऑक्सीमीटर, 8,84,000 रेपिड डाइगनोस्टिक किट, 9,28,800 N-95 फेस मास्क, 1,36,000 रेमडेसिविर, 200 इलेक्ट्रिक सीरिंज पंप, 28 AFNOR/BS फ्लेक्सिबल ट्यूब, 500 एंटी बैक्टीरियल फिल्टर, 1000 मशीन फिल्टर और पेशेंट सर्किट मिल चुके हैं।