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पढ़ने की कोई उम्र नहीं जब तक पढ़ना नहीं आता हम आपके साथ है- कलेक्टर

झाबुआ। कलेक्टर सोमेश मिश्रा ‘अ ‘ से अक्षर अभियान के लिए ग्राम मिण्डल एवं कईडावद में अ साक्षर लोगों के साथ रूबरू चर्चा की एवं अक्षर ज्ञान के साथ ही अन्य आवश्यक जानकारी से अवगत कराया।

मिश्रा ने कहा कि जब तक आपको अक्षर ज्ञान नहीं होगा। हम आपके साथ हैं हमारी पुरी टीम एवं सामाजिक संस्थाओं की पूरी टीम आपकों साक्षर बनाने के लिए कृतसंकल्पित है। पढ़ने की कोई उम्र नहीं है। इस में कलेक्टर सोमेश मिश्रा ने बताया कि अ‘‘ से अक्षर अभियान जो पेटलावद क्षेत्र एवं थांदला क्षेत्र में संचालित किया जा रहा था। जिसमें अ साक्षर लोगों को साक्षर बनाने के लिए आव्हान किया गया था। सामाजिक संस्थाओं से आग्रह किया गया की वे भी अपना समय स्वेच्छिक रूप से देवे। जिससे जिले में निरक्षरता के कलंक को मिटाया जा सके।

प्रशासन को सहयोग करने का आस्वासन दिया

इस बैठक में रोटरी क्लब से अजय रामावत, सामाजिक महासंघ से नीरज राठौर,  संतोष प्रधान, सुश्री खुशबु प्रधान, यहां उपस्थित थे। इनके द्वारा निरक्षरता के कलंक को दूर करने के लिए हर तरह से जिला प्रशासन को सहयोग करने का आस्वासन दिया है। ‘अ’ अक्षर अभियान में न्यू पलाश स्कूल के संचालक संतोष प्रधान द्वारा मिण्डल पंचायत गोद ली गई।अभियान की शुरुआत माननीय कलेक्टर सोमेश मिश्रा ,नोडल अधिकारी जगदीश सिसोदिया, बी.ई.ओ.श्रीमती चोरे,बी.आर.सी.श्री जामुनिया जी,बी.एस. सी.श्री अजय देशमुख ,प्रभारी श्री प्रताप जी पालीवाल,अशासकीय संस्था के श्री ओमजी शर्मा, प्रभारी पीआरओ श्री सुधीर कुशवाह,श्रीमती अनु भाबोर, उपस्थित थे। कार्यक्रम में द्वीप प्रज्जवलन के पश्चात कलेक्टर महोदय ने अभियान की शुरुआत की। इस दौरान मिण्डल स्कूल का स्टाफ के साथ ग्रामीण उपस्थित थे। संचालन श्री जगदीश सिसोदिया ने किया,आभार संतोष प्रधान ने माना।

दस्तावेजों को अच्छे से पढ़ सके

यह अभियान जिले की सभी जनपद पंचायत क्षेत्रों में 1 जनवरी 2022 से सभी व्यवस्था के साथ चलाया जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य ‘अ’ साक्षर लोग केवल अपने हस्ताक्षर ही नहीं वरन् साक्षर इस तरह से किया जाएगा कि वे हस्ताक्षर करने के पूर्व जो भी दस्तावेज हो उन्हें अच्छे से पढ़ सके एवं वर्तमान में सायबर क्राइम जो मोबाईल के जरिये हो रहा है। उससे सावधानी रख सके। मंशा यह है कि आज हर लोग मोबाईल का उपयोग कर रहे हैं एवं जरा सी गलती से अपने को आर्थिक नुकसानी पहुचा सकते हैं।

40 वर्ष से 45 वर्ष के उपर है उन्हें शिक्षित करें

इस कारण साक्षर बनाने के लिए ‘अ’ से अक्षर अभियान जिसमें निजी स्कूलों के संचालकों एवं शिक्षकों की इस बैठक में सभी ने एकजुट होकर ‘अ’ से अक्षर अभियान में निरक्षर लोगों को पढ़ाने के लिए अपनी सहमति व्यक्त की है। मिश्रा ने बताया कि इस संबंध में आवश्यक सभी व्यवस्थाएं एक मंच पर आपकों प्रदान की जाएगी। आपसे अपेक्षा हैं कि आप अपना कुछ समय निरक्षर लोगों को साक्षर बनाने के लिए संकल्प लेकर ग्रामीण लोगों को जिसकी उम्र 40वर्ष से 45 वर्ष के उपर है उन्हें शिक्षित करें। इस कार्य हेतु शासकीय एवं अशासकीय संस्थाए भी अपना कार्य करेंगी। ग्रामीण महिलाओं को भी इस अभियान में साक्षर होने के लिए प्रेरित किया जाए। जिससे उनका पूरा परिवार साक्षर हो सके एवं अपने बच्चों को साक्षर करने के लिए अपनी अहम भूमिका निभाएं। ग्रामीण क्षेत्र के स्कूल में एक साक्षरता का कोना यहां पर गुरूकुल जैसी पढ़ाने की व्यवस्था स्थापित की गई है। जहां पर ज्ञान का पिटारा में पुस्तकें एवं ज्ञान वर्द्धक कीट उपलब्ध करवाई गई है।

अशिक्षा के कलंक को दूर करने के लिए हम सभी एकजुट हैं

मिश्रा ने बताया कि अभी हाल में ही ग्राम नरसिंहरूण्डा में लोगों ने कोरोना वैक्सीन के प्रथम डोज एवं द्वितीय डोज लगवा कर प्रदेश में आदिवासी क्षेत्र में सर्वप्रथम शत प्रतिशत टीकाकरण करवा कर एक मिशाल पेश की है। जिसका मुख्य कारण इस गांव में शत प्रतिशत साक्षरता का होना है। बैठक में अशासकीय शैक्षणिक संस्थाओं के संयोजक ओमजी शर्मा द्वारा बताया कि समाज में अशिक्षा के कलंक को दूर करने के लिए हम सभी एकजुट हैं और हमारे लिए यह गर्व की बात होगी की हम शत प्रतिशत लोगों को साक्षर बना सके। इस तरह का वातावरण भी हम तैयार करेंगे। जिसमें रैली, गाने बजाने से शुरूवात करेंगे। हम समाज के लिए काम करेंगे। हम विश्वास दिलाते है कि हम इसमें सफल होंगे। इसके पूर्व सर्वे आदि सभी आवश्यक व्यवस्था पूर्ण कर ली जाएगी।

अर्चित अरविन्द डांगी { मध्यप्रदेश, रतलाम }

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