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चौथी लहर की आहट! मुंबई में कोरोना केसों में 33 फीसदी का इजाफा, दिल्ली में 22% ज्यादा नए केस

नई दिल्ली। देश में एक बार फिर कोरोना की नई लहर की आहट है। दो महानगरों दिल्ली और मुंबई में कोरोना केसों में उछाल देखने को मिला है। मुंबई में 33 फीसदी कोरोना केसों में इजाफा हुआ है तो देश की राजधानी दिल्ली में 22 प्रतिशत ज्यादा नए केस सामने आए हैं। मुंबई में में बुधवार को 2293 नए केस सामने आए जो, 23 जनवरी के बाद सबसे ज्यादा दैनिक कोरोना केस हैं।

देश में कोरोना की चौथी लहर की आहट के बीच मुंबई और दिल्ली शहरों में दैनिक कोरोना केसों में भारी उछाल देखने को मिला है। बुधवार को दिल्ली में कोरोना के 1375 नए केस सामने आए तो दो मौतें भी दर्ज हुई। वहीं, महानगर मुंबई में कोरोना के 2293 नए कोरोना केस दर्ज हुए।

मुंबई में 33 फीसदी कोरोना केस बढ़े

महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 4024 नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान 3028 मरीज ठीक हुए और दो मरीजों की मौत भी हुई है। सक्रिय मामले 19,261 हैं। बताया जा रहा है कि यहां बीजे मेडिकल कॉलेज पुणे की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में बीए.5 वैरिएंट के 4 मरीज सामने आए हैं।

23 जनवरी के बाद सबसे ज्यादा

बीएमसी ने बताया कि इस संख्या के साथ ही शहर में कोरोना केसों की कुल संख्या बढ़कर 10,85,882 हो गई है, जबकि मौतों की संख्या बढ़कर 19,576 हो गई। शहर ने लगभग पांच महीने के बाद 2,000 दैनिक केसों का आंकड़ा पार हुआ है। इससे पहले 23 जनवरी को मुंबई में 2,550 कोरोना मामले दर्ज किए गए थे और 13 मौतें हुईं थी। इससे पहले मुंबई में मंगलवार को कोरोना के 1,724 नए मामले और दो मौतें दर्ज की गई थीं।

दिल्ली में भी बढ़े कोरोना केस

दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार, देश की राजधानी में बुधवार को 1,375 नए कोरोना केस सामने आए जबकि एक भी मौत दर्ज नहीं हुई है। हालांकि सकारात्मकता दर बढ़कर 7.10 प्रतिशत हो गई है, जो मंगलवार को 6.50 प्रतिशत थी। इससे पहले मंगलवार को, राष्ट्रीय राजधानी में 1,118 नए कोरोना मामले और 2 मौतों की सूचना सामने आई थी। स्वास्थ्य विभाग ने अपने नवीनतम बुलेटिन में कहा कि बुधवार को सामने आए नए मामलों के साथ, दिल्ली में कोरोना मामलों की संख्या बढ़कर 19,15,905 हो गई और मरने वालों की संख्या 26,223 है।

खतरे के बीच एनटीएजीआई की बैठक कल

देश में बढ़ रहे कोरोना के मामलों के बीच नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप आॅन इम्यूनाइजेशन (एनटीएजीआई) यानी राष्ट्रीय टीकाकरण तकनीकी परामर्श समूह की गुरुवार एक अत्यंत महत्वपूर्ण बैठक करेगा। इस बैठक में 6-12 आयु वर्ग के कोवैक्सीन और कॉबेर्वैक्स टीकों के आंकड़ों की समीक्षा की जाएगी। वर्तमान में देश में 12 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों का कोरोना टीकाकरण किया जा रहा है।

बूस्टर डोज लगाने के समय को कम करने पर होगा विचार

इसके अलावा इस बैठक में कोरोना की दूसरी डोज और बूस्टर डोज के बीच के अंतर को कम करने पर भी चर्चा की जाएगी। गौरतलब है कि वर्तमान में दूसरी डोज के नौ माह बाद बूस्टर डोज लगाने का प्रावधान है। अब इस समय को कम करके छह माह किए जाने पर विचार चल रहा है।

सीएमसी वेल्लोर के रिसर्च पर भी होगी चर्चा

एनटीएजीआई की स्थायी तकनीकी उप-समिति (एसटीएससी) की गुरुवार को होने वाली बैठक में सीएमसी वेल्लोर की एक रिसर्च पर भी चर्चा होगी। इस रिसर्च में प्राथमिक टीकाकरण के लिए इस्तेमाल किए जाने वाली वैक्सीन से अलग कोविड-19 वैक्सीन की एक एहतियाती खुराक की अनुमति देने की व्यवहारिकता को शामिल किया गया है। आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इस बैठक में देश में बच्चों की जनसंख्या और जायकोव-डी वैक्सीन को ज्यादा समय तक कैसे सुरक्षित रखा जाए, इस पर भी चर्चा होनी है।

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