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इंदौर में व्यापार शुरू करने वालों का भूखंड होगा निरस्त, चाय और किराना व्यापारियों के भूखंडों का होगा सर्वे

इंदौर। लंबे समय से चाय किराना व्यापारियों द्वारा लीज शर्तों का उल्लंघन तो किया जा रहा है। वहीं जहां पर व्यवसाय के लिए नए भूखंड स्कीम नंबर 54 में आवंटित किए थे, वहां पर भी बराबर व्यापार नहीं किया जा रहा है। इसे लेकर विकास प्राधिकरण द्वारा बोर्ड बैठक में भी निर्णय लिया गया कि एक बार फिर से सर्वे किया जा सकता है।

जानकारी के अनुसार विकास प्राधिकरण द्वारा चाय और किराना व्यापारियों के भूखंडों का सर्वे होगा और स्कीम नंबर 54 पीयू 4 में चाय किराना व्यापारी एसोसिएशन को भूखंड आवंटित किए थे और आवंटन प्रक्रिया के दौरान मौके पर ही कई व्यापारियों को निर्धारित क्षेत्रफल के अनुसार भूखंडों का आवंटन करते हुए नपती की और उन्हें सौंप दिया। इसमें कुछ व्यापारियों ने तो जहां पर अपना व्यापार शुरू कर दिया, वहीं बड़े पैमाने पर कुछ व्यापारी ऐसे भी हैं जो भूखंड लेकर भूल गए और या तो किराए पर दे दिया या फिर दूसरा व्यवसाय कर रहे हैं और अपनी पुरानी जगह को नहीं छोड़ रहे हैं। यही कारण है कि विकास प्राधिकरण लीज की शर्तों के अनुसार एक बार फिर से पालन करने के मामले में सर्वे किया जा रहा है।

जानकारी के अनुसार पहले भी लीज शर्तों का पालन नहीं करने के मामले में प्लॉटधारकों को नोटिस भेजे थे और एक बार फिर से नोटिस भेजे जा रहे हैं और यह भी तय किया जा रहा है कि नोटिस का जवाब नहीं देने पर भी प्लॉट निरस्त की कार्रवाई होगी। देखा जाए तो यहां पर जो लोग व्यापार कर रहे हैं उन्हें कोई परेशानी नहीं है, लेकिन लापरवाही बरतने वाले चाय किराना व्यापारियों के खिलाफ भी उल्लंघन के मामले में भूखंड का निरस्तीकरण हो सकता है। चाय किराना व्यापार सबसे अधिक जहां मल्हारगंज, मालगंज क्षेत्र से लेकर सियागंज और छावनी क्षेत्र में रहा है। इसके साथ ही मालवा मिल क्षेत्र में भी इस तरह का व्यवसाय होता रहा है बड़े पैमाने पर सियागंज से लेकर मल्हारगंज क्षेत्र आदि के चाय किराना व्यापारियों को यहां पर भूखंड आवंटित किए थे लेकिन आज भी पुरानी जगह पर ही व्यापार कर रहे हैं जबकि पूर्व में भी कई बार उन्हें नोटिस भेजे गए और नई जगह पर व्यापार करने के निर्देश दिए थे। यह भी कहा जा रहा है कि अधिकतर व्यापारियों द्वारा आज भी यहां गोडाउन का उपयोग किया जा रहा है इसलिए भी एक बार फिर से सर्वे होने जा रहा है।

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