इंदौर। इंदौर में मानवता की मिसाल पेश करते हुए पंडित और मुस्लिम समुदाय के लोगों ने महामारी के दौर में लावारिस अवस्था में मुक्तिधाम में पड़ी अस्थियों के विसर्जन का बीड़ा उठाया है, शांति निवास और आस्था के साथ पूजा पाठ कर विसर्जन के लिए नर्मदा घाट ले जाया गया है।
इंदौर शहर शुरू से ही एकता व सौहार्द का शहर रहा है, इसकी नई मिशाल जूनी इंदौर के मुक्ति धाम में देखने को मिली है। जिसमें पंडित और मुस्लिम समुदाय के सामाजिक संगठन सुल्तान इंदौर के तत्वधान में मुक्तिधाम में रखी लावारिस अवस्था में अस्थियों का विसर्जन करने के लिए एकजुटता देखी गई है। अस्थियों का पूजा-पाठ कर विसर्जन के लिए नर्मदा घाट ले जाया गया। सामाजिक संगठन के सदस्य ने बताया कि यह परंपरा उनके पिता ने शुरु की थी जो आज तक जारी है। इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए सुल्ताने इंदौर के तहत सैकड़ों अस्थियों को ले जाया जा रहा है, ताकि इन्हें मोक्ष की प्राप्ति का मार्ग मिल सके।
मृदुभाषी के लिए चंकी बाजपेयी की रिपोर्ट