दुनियाभर में सोमवार को कोरोना मरीजों का आंकड़ा 50 करोड़ के पार हो गया है। पहले केस से 50 करोड़ मरीज होने में 877 दिन लगे है। अब तक संक्रमण के चलते दुनिया के 62 लाख लोगों ने जान गंवा दी है।
वहीं एक ख़बर ऐसी है जिसने भारत में स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चिंता बढ़ा दी है। भले ही भारत में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में हो, लेकिन नए एक्सई वैरिएंट ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चिंता बढ़ा दी है। मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने इस वैरिएंट को लेकर विशेषज्ञों के साथ बैठक की। जानकारी के मुताबिक, नए वैरिएंट की पहचान और गहन निगरानी को लेकर भी दिशानिर्देश दिए गए है।
भारत के राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह NTAGI के प्रमुख डॉ. एनके अरोडा ने नए वैरिएंट को लेकर अहम राय प्रकट की है। उन्होंने देशवासियों से अपील की कि कोरोना का ओमिक्रॉन वैरिएंट कई नए वैरिएंट को बढ़ावा दे रहा है।
इनमें से एक्सई श्रृंखला के एक्सई व अन्य स्ट्रेन शामिल हैं। इनसे कोई भी गंभीर त्रासदी पैदा नहीं कर रहा है। बता दें, देश में एक्सई स्ट्रेन का पहला केस गुजरात में मिला है। हालांकि इससे पहले मुंबई में एक केस मिला है, लेकिन उसे लेकर पुष्टि नहीं हुई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में देश में 796 नए मामले सामने आए, जबकि सोमवार को 861 केस दर्ज किए गए थे।
वहीं कोरोना के कारण 19 लोगों की मौत हुए है। आंकड़ों के मुताबिक, 946 लोग ठीक भी हुए है। सबसे बड़ी राहत की बात यह है कि देश में अब केवल 10,889 सक्रिय मामले ही बचे हैं जो कि दो साल बाद सबसे कम है। सक्रिय मामलों में भारी कमी का मतलब है कि कोरोना संक्रमित मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं।