छपरा: शादी के लिए लोग कई तरह के जतन करतें हैं, लेकिन बिहार में हुई एक शादी इन दिनों चर्चा में बनी हुई है। इस चर्चित शादी में पौराणिक काल की परंपरा का निर्वाह करते हुए विवाह की रस्मों को निभाया गया। विवाद के लिए स्वंवर की रस्म का निर्वाह किया गया।
समाचार पत्र हिंदुस्तान की खबर के मुताबिक वैदिक काल में विवाह के लिए कठोर रस्मों को निभाया जाता था और कड़ी शर्तों पर खरा उतरने वाला व्यक्ति ही शादी के योग्य माना जाता था। ऐसे कई प्रसंग पौराणिक काल के ग्रथों में पाए जाते हैं। वैदिक काल की एक ऐसी ही रस्म को औपचारिक रूप से बिहार में सारण जिले के सोनपुर प्रखंड के अंतर्गत आने वाले सबलपुर पूर्वी क्षेत्र में निभाया गया। शादी समारोह में दूल्हे ने पहले धनुष तोड़ा, जिसके बाद कन्या ने वरमाला पहनाई। दूल्हे के गले में वरमाला पड़ते ही फूलों की बरसात होने लगी। स्वयंवर की रस्म से रचाया गया यह अनोखा विवाह देखने वाले देखते रह गए। भीड़ इतनी ज्यादा थी कि स्वयंवर देखने के लिए कोविड प्रोटोकॉल की खूब धज्जियां उड़ाई गईं।