करोड़ो श्रद्धालुओं के आराध्य भगवान शंकर की कथा सुनने की लालसा उनके प्रत्येक भक्त में रहती है। मध्य प्रदेश के अशोकनगर में भी शिव महापुराण कथा सुनने के लिए श्रोता इतनी बड़ी तादात में आए कि जगह कम पड़ने लगी।
रविवार, 25 सितम्बर को अशोकनगर में शिव महापुराण कथा का आखिरी दिन था। रोज़ की तरह बड़ी संख्या में श्रोता पंडित प्रदीप मिश्रा से शिव कथा का प्रसाद ग्रहण करने पहुंचे। सातदिवसी इस कथा में पंडित प्रदीप मिश्रा ने महादेव के अलौकिक, अनंत और अज्ञेय रूप की महिमा का बखान किया। जिसे सुनकर श्रोता कभी भक्ति में भाव विभोर, तो कभी भजनों पर झूमते हुए नज़र आए।
कथा के अंतिम दिन कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने अशोकनगर वासियों की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा – जो लोग रास्ते में फल, जल, भोजन आदि बांट रहे हैं उनकी भक्ति देखकर उनके आगे मैं नतमस्तक हूँ। पंडित मिश्रा ने आगे कहा कि आज कथा का समापन दिवस है आज और शिव महा पुराण कथा सुनने के बाद शिव शंकर आपको 3 महीने के अंदर कोई न कोई फल जरूर देंगे। इसी के साथ सभी समाजों के लोगो को एकजुट रहने की बात कही। कथा के अंतिम दिवस बड़ी संख्या में श्रद्धालु कथा स्थल पर पहुंचे। गौरतलब है की अशोकनगर में कथा के दौरान बारिश लगातार होती रही लेकिन श्रोताओं की भक्ति के आगे बारिश को भी नतमस्तक होना पड़ा।
संसद केपी यादव इस कथा के आयोजक थे उन्होंने सातों दिन भक्तों के साथ बैठ कर शिव महापुराण की कथा का श्रवण किया। पंडित प्रदीप मिश्रा की इस कथा को लाखों करोड़ों लोगों ने फेसबुक और यूट्यूब के माध्यम से भी सुना। आलम यह रहा की कथा के दौरान कभी स्कूल का समय बदलना पड़ा तो कभी ट्रैन रूट में तबदीली करनी पड़ी। शिव भक्तों के समर्पण को देखते हुए पंडित प्रदीप मिश्रा ने कई बार मंच से अशोकनगरवासियों की तारीफ थी।
अशोकनगर से मृदुभाषी प्रदेश के लिए विवेक शर्मा की रिपोर्ट।