इंदौर। इंदौर जिला प्रशासन ने 13 अगस्त को ही दावा किया था कि शहर की 18 प्लस की पूरी आबादी का शत-प्रतिशत फर्स्ट डोज वैक्सीनेशन हो चुका है। इसके बाद भी लगातार कैंप लगाकर लोगों को वैक्सीन का पहला डोज लगाया जा रहा है। पर शनिवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान की एक वर्चुअल बैठक में प्रशासन के दावे की पोल खुल गई। इस बैठक में सामने आया कि इंदौर में 95 प्रतिशत लोग प्रथम डोज और 27 प्रतिशत लोग द्वितीय डोज लगवा चुके हैं।
दरअसल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 25 और 26 अगस्त को वैक्सीनेशन महाअभियान को सफल बनाने के लिए मंत्रियों की उपस्थिति में सभी कलेक्टर्स और क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप्स के सदस्यों से वर्चुअल चर्चा की थी। इसमें यह भी बताया गया कि 21 जून से 3 जुलाई के मध्य संचालित प्रथम वैक्सीनेशन महाअभियान में इंदौर शहर प्रदेश में प्रथम स्थन पर रहा।
पंचायत स्तर पर सर्वे टीम नियुक्त कर वैक्सीनेशन ऑडिट करवाएं
कलेक्टर मनीष सिंह ने शनिवार को महाअभियान 2.0 के लिए बैठक ली। इसमें सभी एसडीएम एवं सीएमओ को निर्देश दिए कि वे अपने संबंधित क्षेत्र के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में नगर एवं ग्राम पंचायत स्तर पर सर्वे टीम नियुक्त कर वैक्सीनेशन ऑडिट करवाएं। इस ऑडिट के माध्यम से जिन व्यक्तियों को वैक्सीन का प्रथम डोज एवं दूसरा डोज लगाना शेष है उनकी सूची तैयार की जाए। वहीं इस बैठक के बैठक के दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एस. सैत्या ने एक बार फिर दावा किया कि इंदौर जिले के शहरी क्षेत्रों में 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के पात्र व्यक्तियों को प्रथम डोज का शत-प्रतिशत टीकाकरण किया जा चुका है।
दूसरे डोज के लिए पात्र हो गये व्यक्तियों का वैक्सीनेशन कराया जायेगा
इधर कलेक्टर मनीष सिंह ने भी शनिवार को कहा कि वैक्सीनेशन महाअभियान 2.0 के दौरान इन्दौर जिले में वैक्सीनेशन की प्रथम डोज से शेष रहे व्यक्तियों को तथा दूसरे डोज के लिए पात्र हो गये व्यक्तियों का वैक्सीनेशन कराया जायेगा। इसके साथ-साथ गर्भवती महिलाओं की वैक्सीनेशन पर भी विशेष रूप से ध्यान दिया जायेगा। इसके लिए इन्हें चिन्हित किया जाएगा।
कल होगी विधानसभावार बैठक
वैक्सीनेशन महाअभियान 2.0 में जनसहयोग लिये जाने के लिये क्राईसेस मैनेजमेंट समिति के सदस्यों तथा दीनदयाल अंत्योदय समितियों के सदस्यों की बैठक विधानसभा क्षेत्रवार 23 अगस्त को रवीन्द्र नाट्य गृह में आयोजित की जायेगी। उक्त बैठकों में वार्ड स्तरीय, ग्राम स्तरीय काईसेस मैनेजमेंट के सदस्यों एवं ग्राम पंचायत स्तर अंत्योदय समिति के सदस्य शामिल रहेंगे।