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क्रिकेटर न होते तो ISIS के आतंकी बन जाते मोइन अली, तस्लीमा नसरीन की टिप्पणी पर मचा बवाल

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नई दिल्ली। प्रसिद्ध लेखिका और अपने बयानों की वजह से कट्टरपंथियों के निशाने पर रहने वाली स्तंभकार तस्लीमा नसरीन एक बार फिर लंबे समय के बाद सुर्खियों में हैं। इस बार उनके निशाने पर इंग्लैंड के क्रिकेटर मोइन अली हैं । उन्होंने मोइन अली को लेकर बयान दिया, जो उनके चाहनेवालों को काफी नागवार गुजरा है।

इंग्लैंड की क्रिकेट टीम ने किया विरोध

लेखिका तस्लीमा नसरीन ने इंग्लैंड के क्रिकेटर मोइन अली को लेकर बेहद आपत्तिजनक बयान दिया है और कहा है कि यदि वह खिलाड़ी न होते तो आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट से जुड़े होते। उनके इस ट्वीट को लेकर काफी बवाल मच गया है। सोशल मीडिया पर लोग उनके इस बयान की निंदा कर रहे हैं और इस बयान को नफरत फैलाने वाला बता रहे हैं। इंग्लैंड की क्रिकेट टीम भी मोइन अली के बचाव में उतार आई है और तस्लीमा नसरीन पर हमला बोला है।

तस्लीमा नसरीन ने दी सफाई

अबने बयान पर बवाल मचता देख उन्होंने एक बार फिर ट्वीट कर सफाई दी और कहा कि नफरती लोग इस बात को अच्छी तरह से जानते हैं कि मोइन अली पर मेरा ट्वीट मजाकिया अंदाज में किया गया था। लेकिन कुछ लोगों ने मुझे नीचा दिखाने के लिए इसे मुद्दा बना लिया क्योंकि मैं मुस्लिम समाज को सेकुलर बनाने की कोशिश में लगी हुई हूं और कट्टरता का पुरजोर तरीके से विरोध करती हूं। मानव सभ्यता की सबसे बड़ी मुश्किल यह है कि महिलाओं के समर्थक वामपंथी भी महिला विरोधी इस्लामिक लोगों का समर्थन करते हैं।

टीशर्ट से शराब का लोगो हटाने की कि थी मांग

दरअसल मोइन अली ने चेन्नै सुपरकिंग्स टीम से उनकी टीशर्ट से शराब के विज्ञापन के लोगो को हटाने की मांग की थी। इसको लेकर ये ट्वीट किया गया था। मोइन अली का कहना है कि यह लोगो उनकी आस्था के खिलाफ है। उनकी अपील पर फ्रेंचाइजी की ओर से इस लोगो को हटा दिया गया है। मोइन अली ने एक वीडियो जारी कर कहा था कि यदि आप मुस्लिम हैं तो कभी हिचके नहीं। आप जहां भी हों, गर्व के साथ रहें और अपनी प्रार्थना करें। मेरी जब मैदान पर रहते हुए भी इच्छा होती है कि मुझे खुदा को याद करना चाहिए तो अंपायर से कहता हूं मेरा मानना है कि यदि आप पूरे मन से प्रार्थना करना चाहते हैं तो आपको कोई रोक नहीं सकता।’ उनके इसी वीडियो को रीट्वीट करते हुए तस्लीमा नसरीन ने कहा था, ‘यदि मोइन अली क्रिकेट से नहीं जुड़े होते तो वह आईएसआईएस को जॉइन करने के लिए सीरिया चले गए होते।’