सीहोर। सीहोर में पंडित प्रदीप मिश्रा के रुद्राक्ष महोत्सव स्थगित होने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। कांग्रेस के बाद भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने पत्र लिखकर प्रशासन पर कार्रवाई की मांग की है। इस पर कलेक्टर सीएम ठाकुर ने कहा कि भीड़ देख कर महाराज ने रुद्राक्ष वितरण कार्यक्रम टाला था।
दबाव के आरोप गलत हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन तीन दिन से व्यवस्था करने में लगा है। कथा अभी भी चल रही है। सोमवार को रुद्राक्ष महोत्सव में बहुत ज्यादा भीड़ पहुंच गई थी। भीड़ के दबाव में पंडित प्रदीप मिश्रा ने रुद्राक्ष बांटने का कार्यक्रम स्थगित करने का निर्णय लिया, क्योंकि रुद्राक्ष बांटने की प्रक्रिया में भगदड़ होने की आशंका थी। प्रशासन की तरफ से उन पर कोई दबाव नहीं बनाया गया। इस तरह के आरोप गलत हैं। अब महाराज रुद्राक्ष बांटने के लिए आॅनलाइन व्यवस्था कर रहे हैं।
पंडित प्रदीप मिश्रा ने मांगा संघ का साथ
सीहोर में कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा नवाब की होली की परंपरा को खत्म करना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने शिव होली मनाने की बात कही है। वे इसके लिए आरएसएस, विश्व हिंदू परिषद से सहयोग लेंगे। पंडित मिश्रा ने व्यासपीठ से शिव महापुराण को राजनीति का अखाड़ा नहीं बनाने की अपील भी की।
दिग्गजों का मामले में दखल
शिव महापुराण और रुद्राक्ष महोत्सव निरस्त होने के बाद प्रदेश के कई दिग्गज नेताओं ने मामले में दखल दिया है। भाजपा की ओर से कैलाश विजयवर्गीय, उमा भारती, नरोत्तम मिश्रा, नारायण त्रिपाठी ने आयोजन निरस्त होने के पीछे प्रशासन को दोषी बताया है। प्रशासन पर दवाब बनाने का आरोप भी लगाया है।