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इस इलक्ट्रिक रिक्शा की छत पर लगा है सोलर पैनल, चार्ज की नहीं कोई टेंशन

आने वाले समय में बैटरी से चलने वाले वाहन आतंरिक दहन इंजन यानी ICE से चलने वाले वाहनों की जगह ले लेंगे। सख्त उत्सर्जन मानदंड और ईंधन की बढ़ती कीमतों ने इलेक्ट्रिक वाहनों को गति दी है। न केवल पैसेंजर वाहन और दोपहिया वाहन बल्कि कमर्शियल वाहन और शेयर्ड मोबिलिटी भी इस क्रांति का एक हिस्सा है।

तीन-पहिया ऑटो-रिक्शा जिसे आमतौर पर भारत और कुछ अन्य दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में टुक-टुक के नाम से जाना जाता है, अभी भी सार्वजनिक परिवहन के तौर पर इस्तेमाल किए जाते हैं। भारत में कई जगहों पर डीजल और पेट्रोल ऑटो-रिक्शा पर प्रतिबंध लगा दिया गया है और ये जल्द ही ऑटो बाजार से गायब हो जाएंगे। इसका तत्काल समाधान एक सीएनजी पावरट्रेन का इस्तेमाल करना है, हालांकि कुछ समय बाद सभी कमर्शियल तीन-पहिया वाहनों को एक इलेक्ट्रिक पावरट्रेन वाहन से बदलना पड़ सकता है। हाल के दिनों में भारतीय बाजार में कुछ ऐसे विकल्प आए हैं जो देश में इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर्स की हिस्सेदारी में वृद्धि कर रहे हैं।

ETX के नाम से बाजार में उतारा जाएगा

हालांकि इनमें से कोई भी Mahindra Treo को छोड़कर किसी प्रमुख ब्रांड का हिस्सा नहीं है। लेकिन अब Vega नाम के एक श्रीलंकाई EV स्टार्टअप ने हाल ही में अपने आगामी इलेक्ट्रिक रिक्शा का खुलासा किया है, जिसे ETX के नाम से बाजार में उतारा जाएगा। फिलहाल यह ई-रिक्शा एक प्रोटोटाइप चरण में है और दुख की बात है कि इसके साथ कई फीचर्स की जानकारी अभी तक नहीं मिली है। Vega ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक संक्षिप्त बयान जारी किया है, जिसमें कंपनी का कहना है कि ETX प्लेटफॉर्म भविष्य के लिए एक इलेक्ट्रिक अर्बन मोबिलिटी सोल्यूशन है।

अर्बन मोबिलिटी के लिए डिजाइन किया गया है

यह अगली जनरेशन का इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर है जिसे सुरक्षित, पर्यावरण के अनुकूल और किफायती अर्बन मोबिलिटी के लिए डिजाइन किया गया है। सामान के ट्रांसपोर्ट के साथ-साथ सामान्य यात्रियों के लिए जगह के अलावा वाहन में लगेज स्पेस भी उपलब्ध कराया गया है। Vega ETX इलेक्ट्रिक रिक्शा एक इलेक्ट्रिक मोटर के द्वारा चलता है, जिसको एक LFP बैटरी पैक से पावर मिलता है। इसकी सबसे खास बात इसकी छत पर लगा एक सोलर पैनल है, जिसके चलते वाहन मालिक को इसे चार्ज करने के लिए चार्जिंग प्वाइंट ढूंढने की जरूरत नहीं होती है।

इस ई-रिक्शा की बैटरी केवल अपने सोलर पैनल से ही प्रतिदिन 64 किलोमीटर तक की रेंज के लिए चार्ज हो सकती है। भले ही इस ई-रिक्शे में लगे पैनल छोटे आकार के हों, लेकन व्यवसाय की प्रकृति दिन के अधिकांश हिस्सों के लिए पैनलों को चार्ज करने की अनुमति देती है।

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