रतलाम। अरविन्द डांगी – संगीत की दुनिया में, गायन से ,क्लासिकल म्यूजिक का वास्ता रखने वाले,वन मेन शो, की तरह एक कलाकार का रूप दिखाने वाले, सहज सरल मिलनसार रतलाम नगर निगम के लोकप्रिय निगम आयुक्त सोमनाथ झारिया से दीपावली पर्व पर उनके निवास स्थान पर एक खास रोचक मुलाकात हुई।
एक कलाकार ,एक नया रूप हमे देखने को मिला उनमें गत दिवस रतलाम मध्यप्रदेश इंडिया में
कुछ तो लोग कहेंगे
लोगो का काम है कहना,,,,,,
छोड़ो बेकार की बातो में,,
,,,,बीत ना जाये रैना,,,,,,
मधुबन खुशबू देता है, सागर सावन देता है, जीना उसका जीना है, जो ओरो को जीवन देता है।
आ लौट के आजा मेरे मीत तुझे मेंरे गीत बुलाते है मेरा सुना पड़ा रे संगीत तुझे मेरे गीत बुलाते है
जब दीप जले आना, जब शाम ढले आना
जी हां ये गाने । यसुदास जी, किशोर जी, और मुकेश जी के गाने, वन मेन शो,ऑर्केस्ट्रा में कोई और नही गा रहा है। ये गाने रतलाम निगम आयुक्त झारिया साहेब उनके निवास पर हमारी उपस्थिति में सुनाए। वैसे तो वे पुराने गानों के शौकीन है। वे कहते है गायक मुकेशजी का कोई जबाब नही,,,45 मिनिट तक कई पुराने गानों को एक अच्छे सुरीले अंदाज में गाया । लगा कि कमिश्नर साहब को क्लासिकल संगीत का अच्छा नॉलेज है।
आज उनका गायक का रूप भी देखने को मिला । 15 माह के बाद पर्व पर उनसे हुई मुलाकात में हमे उनमें एक शौकीन,,गायक कलाकार का रूप दिखा, उसके बाद हमारी चर्चा नगर निगम के काम काज को लेकर हुई। झारिया साहेब से मुलाकात के लिये उनके निवास पहुंचे।।मुलाकात में सहज सरल भाव, आत्मीय व्यवहार, पद का ना कोई रोब ना कोई दिखावा। वन मेन ऑर्केस्ट्रा प्रोग्राम जैसा माइक हाथ मे लेकर बेटे से कहते हुवे नजर आये, यशोदास जी के गाने लगावो, मुकेश जी का वो गाना लगावो, रफी जी का लगावो,,,,,,,नगर निगम के काम काज को निपटाने का जज्बा उनमें सदा रहता है कहते है,,,,, अरविन्द आज आपसे काफी लंबी मुलाकात रही,,, रात के 11 बज चुके है अब मुझे आफिस कार्य करना है कई फाईलो को देखना है अब फिर मिलते है बाहर गेट पर नमस्कार के साथ हम बिदा हुवे,,,,,,आमजन को पानी बिजली की किल्लत ना होवे, सड़के शहर की ठीक रहे, गड्डो से मुक्ति मिल मिले, साफ सफाई शहर में प्रॉपर हो,इन्ही सब बातों को,लेकर बातचीतहुई,कहते है हमारा सदा जनहित में ईमानदार प्रयास हर कार्य का जनता के लिये होता है ।
अरविन्द डांगी { मध्यप्रदेश, रतलाम }