Mradhubhashi
Search
Close this search box.

महाराष्ट्र में शिवसेना-बीजेपी की फिर बढ़ रही नज़दीकियां, जाने क्या है कहानी

भाजपा-शिव सेना

मुंबई. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि वे महाराष्ट्र की राजनीति में ही सक्रिय रहेंगे। खबरों में यह सामने आ रहा है कि डील के तहत उद्धव मुख्यमंत्री रहेंगे, वहीं बीजेपी से दो उप मुख्यमंत्री होंगे। हालांकि बीजेपी के सूत्रों के मुताबिक ऐसे किसी फार्मूल पर कोई सहमति नहीं बन पाई है और फडणवीस को दोबारा मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए। पार्टी नेतृत्व पर कोई समझौता नहीं होगा, क्योंकि बीजेपी की विधानसभा में सीटे शिवसेना के मुकाबले दोगुना हैं। हालांकि शिवसेना मुख्यमंत्री पद बीजेपी को दोबारा देने पर राजी हो चुकी है पर ऐसा होना मुश्किल दिखता है, क्योंकि इसी मुद्दे पर दोनों दलों के बीच गठबंधन टूटा था।

लिहाजा मुख्यमंत्री पद का मुद्दा दोनों दलों के बीच गतिरोध का मसला बना हुआ है। यह सवाल भी उठता है कि क्या दोनों दलों में इतनी कड़वाहट के बाद शिवसेना बीजेपी नेतृत्व पर भरोसा करेगी। मान लेते है कि अगर बीजेपी ने भविष्य में शिवसेना को छोड़कर आगे बढ़ने का फैसला किया तो?

बीजेपी सूत्रों ने इस बात से भी इनकार किया है कि मोदी कैबिनेट में संभावित विस्तार को महाराष्ट्र की राजनीतिक गतिविधियों की वजह से देरी की गई है। उनका कहना है कि अगर महाराष्ट्र में शिवसेना और बीजेपी साथ आते हैं तो शिवसेना को भविष्य में केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। बीजेपी नेताओं का कहना है कि पार्टी कार्यकर्ताओं का व्यापक तौर पर यह मानना है कि दोनों दलों को फिर साथ आना चाहिए, क्योंकि यह उनका स्वाभाविक गठबंधन है। जबकि महाराष्ट्र विकास अघाड़ी के कई नेताओं के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले हैं। इसको लेकर उद्धव ठाकरे सहज महसूस नहीं कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सीएम उद्धव ठाकरे के साथ हुई मुलाकात को भी इसी से जोड़कर देखा जा रहा है, हाल ही में शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत की बीजेपी नेता आशीष सेलार से भी मुलाकात हुई थी। शिवसेना की प्राथमिकता आगामी बृहन्मुंबई महानगरपालिका और ठाणे नगर निकाय चुनाव हैं। अगर दोनों दलों में कोई गठबंधन नहीं हो पाता है तो अगले साल भी दस नगर निकायों के चुनाव हैं, जहां बीजेपी और शिवसेना के बीच सीधी टक्कर होगी।

ये भी पढ़ें...
क्रिकेट लाइव स्कोर
स्टॉक मार्केट