उज्जैन। शिव नगरी उज्जैन में इन दिनों महाशिवरात्रि के अवसर पर शिव नवरात्र पर्व का आयोजन किया जा रहा है। इस पर्व के छठे दिन भूतभावन महाकाल का मनमहेश रूप में श्रंगार किया गया। महाकाल के इस आकर्षण रूप के दर्शनों के लिए बड़ी संख्या में भक्त महाकाल पधारे।
महाकाल का मनमहेश स्वरूप में हुआ श्रंगार
दूल्हा बने राजाधिराज बाबा महाकाल ने शिव नवरात्र के छठे दिन भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करने के लिए मनमहेश रूप धारण किया। महाकाल मंदिर में मनाई जा रही शिव नवरात्रि के छठे दिन बाबा महाकाल का मनमहेश स्वरूप में श्रृंगार किया गया। मान्यता है कि भगवान के मनमहेश स्वरूप के दर्शन करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं इसलिए भगवान महाकाल के इस स्वरूप के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में भक्त महाकाल मंदिर में आए।
शिव विवाह का है उत्सवी माहौल
महाकाल मंदिर में इन दिनों उत्सवी माहौल है। दरअसल मंदिर में भूतभावन बाबा महाकाल और माता पार्वती के विवाह की तैयारियां की जा रही है। शिवभक्त विवाह के मंगल गीत गा रहे हैं और नृत्य कर रहे हैं। ऐसे में दूल्हा बने बाबा महाकाल का रोजाना मनमोहक श्रृंगार किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि महाकाल मंदिर में महाशिवरात्रि का पर्व बाबा महाकाल और माता पार्वती के विवाह उत्सव के रूप में मनाया जाता है। पूरे नौ दिन का तक ये उत्सव चलता है। भगवान महाकाल का दूल्हा स्वरूप में श्रृंगार किया जाता है और एकादश ब्राह्मण रुद्र पाठ करते हैं। इस दौरान भक्त बाबा के नित नए स्वरूप का दर्शन करते हैं।