नई दिल्ली। NCPCR summoned edtech BYJUs CEO: भारत की मल्टीनेशनल एजुकेशनल टेक्नोलॉजी कंपनी BYJU’S पर गलत तरीके से कोर्स बेचकर छात्रों का शोषण करने के आरोप लगे हैं. राष्ट्रीय बाल अधिकारी संरक्षण आयोग (NCPCR) ने एडटेक कंपनी बायजू के CEO बायूज रवींद्र को पेश होने के लिए समन भेजा है.
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, BYJU’s को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और कंज्यूमर कोर्ट वेबसाइट्स पर कई तरह की शिकायतों का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें छात्रों का आरोप है कि उनका शोषण किया गया और उन्हें धोखे से बहलाकर कर्ज आधारित समझौते करावाए जा रहे हैं. कोर्स खरीदने के लिए उन्हें अपनी बचत और भविष्य को खतरे में डालना पड़ रहा है. वहीं, इस मामले पर बाल अधिकार निकाय ने रवींद्रन को छात्रों के लिए BYJU के कोर्स की हार्ड सेलिंग और गलत बिक्री के कथित कदाचार को लेकर 23 दिसंबर को व्यक्तिगत रूप से पेश होने के लिए कहा है. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, “आयोग के पास आई एक न्यूज रिपोर्ट में बताया गया है कि BYJU’S की सेल्स टीम माता-पिता को अपने बच्चों के लिए कोर्स खरीदने के लिए लुभाती है, धोखा देती है और उनका शोषण करती है.”
इसके अलावा प्रियांक कानूनगो ने कहा, ‘हमें पता चला है कि एडटेक कंपनी बायजू बच्चों का साइकोमेट्रिक टेस्ट करते हैं और बच्चों के माता-पिता को डराते हैं कि उनके बच्चों का भविष्य खत्म हो चुका है. वे बच्चों को ऐसा नहीं कह सकते. हमें जहां जैसी गलतियां मिलेंगी, हम वैसी कार्रवाई करेंगे. हम 2021 की दिसंबर में शिकायत मिली थी कि कम आय वाले बच्चों के माता-पिता के पास बायजूस के सेल्स एग्जीक्यूटिव जाते हैं और EMI बोलकर फाइनेंस कंपनी से पेरेंट्स की क्षमता से अधिक के लोन दिलाते हैं.’
राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग ने कंपनी के सीईओ बायजू रविन्द्रन को पूछताछ के लिए समन भी जारी किया है. आयोग के अध्यक्ष ने कहा कि एडटेक कंपनी पर छात्रों और अभिभावकों को परेशान करने का आरोप लगा है. हमें जहां जैसी गलती मिलेगी हम वैसी कार्रवाई करेंगे. उन्होंने आगे कहा, ‘हमने शिक्षा मंत्रालय, SFIO, RBI को इस मामले से अवगत कराया था. उस वक्त SFIO ने जांच करने के लिए RBI और कारपोरेट मंत्रालय को पत्र लिखा था. शिक्षा मंत्रालय ने भी एडटेक कंपनी के लिए विस्तृत सलाह जारी की थी और बायजूस को भी नोटिस जारी किया था. प्रियांक कानूनगो ने कहा, ‘हाल में ही हमने एक रिपोर्ट पढ़ी, जिसमें बायजूस के काम करने का तरीका नहीं बदला था, जिसके बाद हमने बायजूस के CEO को समन किया है और कमीशन के सामने 23 दिसंबर को पेश होने के लिए कहा है, जिसके बाद हम आगे की कार्रवाई तय करेंगे.’